शहर के बाद अब गांवों में कोरोना ने बरपाया कहर, यहां के प्रत्येक 41 गांव में मिले संक्रमित मामले
छत्तीसगढ़ में कोरोना ने शहर के बाद अब गांवों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना ने शहर के बाद अब गांवों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। अनुसूचित जनजाति बहुल जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पेंड्रा जनपद पंचायत की 41 ग्राम पंचायतों की कुल जनसंख्या 71 हजार 362 है। इनमें से 1,304 लोग कोरोना संक्रमित हैं। वर्तमान में ऐसा कोई गांव नहीं बचा जहां कोरोना का केस न हो। ब्लाक में 25 गांवों की स्थिति सबसे ज्यादा ज्यादा खराब है। सभी में लाॅकडाउन जैसी स्थिति है।
ग्राम पंचायतों ने अपनी व्यवस्था खुद संभाली
ग्राम पंचायतों ने अपनी व्यवस्था खुद ही संभाल ली है। कोटवार के जरिए सुबह और शाम लोगों को घरों में रहने मुनादी भी कराई जा रही है। जरूरत का सामान ग्रामीणों को ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है। गंभीर 15 संक्रमितों का कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा है। शेष संक्रमित घरों में ही आइसोलेट हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाओं का ग्रामीण कर रहे सेवन
स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध दवाओं का ग्रामीण सेवन कर रहे हैं। संक्रमितों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए पंचायत द्वारा हरी सब्जी उपलब्ध कराई जा रही है। सभी ग्रामीणों को काढ़ा पीने की सलाह भी दी जा रही है।
कलेक्टर नम्रता गांधी ने कहा- स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रत्येक गांव की कर रही निगरानी
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले की कलेक्टर नम्रता गांधी ने बताया कि पेंड्रा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांवों में स्थिति कुछ ज्यादा ही खराब है। संक्रमितों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है।
पांच ग्राम पंचायतों की स्थिति भयावह
पांच ग्राम पंचायत में सबसे अधिक संक्रमित हैं। ग्राम आमाडांड में 102, बचरवार में 102, मुरमुर में 100, पतगंवा में 89 और अमरपुर में 88 पाजिटिव मरीज हैं। इसके अलावा देवरीकला, सकोला, कुडकई, गिरारी, कोटमीकला, झाबर, जटकादेवरी, नवागांव, कुदरी, कोडगार, जमड़ीखुर्द, लाटा, खरदी, विशेषरा व अमर में संक्रमितों की संख्या दहाई में है।
छह गांव की स्थिति बेहतर
ब्लाक के छह गांव में ही स्थिति नियंत्रण में हैं। ग्राम तिलोरा में एक, बम्हनी में एक, पिपलामार में दो, गोढ़ा में चार, घघरा में चार, टंगियामार में चार व घाटबहार पांच मरीज हैं।