नशे के कारोबार को आखिर किसका संरक्षण...?

Update: 2021-06-22 05:58 GMT

गृहमंत्री की आंखे क्यों बंद, पुलिस छुटभैय्ये नेताओं पर कार्रवाई से किसके दबाव में बच रही

गृहमंत्री, गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय आंख बंद कर अधीनस्थ अधिकारी एवं कर्मचारियों पर भरोसा करते हैं। फील्ड का अफसर जिसको जिम्मेदारी मिली है उसी की रिपोर्ट को सही मानकर कार्रवाई नहीं करते जबकि गृहमंत्री, ग्रृह विभाग व पुलिस मुख्यालय को अपने-अपने स्तर पर अधिक से अधिक मुखबीर लगाकर जानकारी जुटाकर सच्चाई का पता लगाना चाहिए। अगर इसके उपरांत सच्चाई जानकर भी कार्यवाही नहीं होती है तो यह माना जाएगा कि ऊपर से ही लापरवाही और ढिलाई बरती जा रही है। सवाल यह है कि जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़, समाज की रीढ़ की हड्डी युवाओं को नशे के आदि और ड्रग की दुनिया में धकेलने के पीछे व नशेड़ी समाज बनाने में सक्रिय गैंग अब तक किसके इशारों पर ड्रग, हुक्का और नशे का अवैध कारोबार कर रहे हैं। आखिर वो कौन हैं जो मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की छवि को धूमिल करने में संलिप्त हैं। इन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही?

आकिब फरिश्ता

रायपुर। लगातार मीडिया में नशे के खुलेआम हो रहे कारोबार की खबरें प्रकाशित हो रही है लेकिन पुलिस प्रशासन इस मामले में की ओर ध्यान ना देते हुए कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आखिर ये समझ नहीं आ रहा कि ऐसा कौन सा नेता है जो सरकार और मुख्यमंत्री की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस मुख्यमंत्री और राज्य सरकार की छवि को खराब होने से क्यों नहीं बचा पा रही है। आखिर पुलिस क्यों छुटभैय्ये नेताओं डर रही है ? पुलिस की ऐसी क्या मजबूरी है जिसकी वजह से नशे की पार्टियों पर रोक नहीं लग पाई है। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री भी इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक ले चुके है बावजूद नशे की पार्टियां अब तक बंद नहीं हो पाई है। कौन-सा ऐसा नेता है जिससे डरकर छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री और छत्तीसगढ़ के पुलिस मुखिया वीआईपी रोड की होटलों में हो रही पार्टियों को रोकने में विफल होते जा रहे है। इससे ये साफ़ पता चलता है कि छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए छुटभैय्ये नेताओं की पूरी कोशिश है जिसकी वजह से ना तो पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है और ना ही नशे की पार्टी आयोजित करने वाले होटलों के संचालकों, मालिकों, मैनेजरों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।

वीआईपी रोड की होटलों में हो रही पार्टियां

रायपुर शहर से लगे वीआईपी रोड की हर होटलों में रोजाना नाईट पार्टियों का आयोजन किया जाता है, रोज बड़े-बड़े घरों के युवा वीआईपी रोड की होटलों में ड्रग्स, चरस, गांजा, अफीम, शराब की पार्टी करते है। जिन पर पुलिस का कोई दबाव भी नहीं होता और ना ही पुलिस कभी ऐसे होटलों में दबिश देकर कोई कार्रवाई करती है। वीआईपी रोड के सभी होटलों आए दिन नशे की पार्टियां फिर से गुलज़ार होने लगी है। नशे के सौदागरों की नजऱें फिर से वीआईपी रोड के होटलों में टिक गयी है। नागपुर के रास्तों से बार-बालाओं को रायपुर लाया जाता है। हर दिन वीआईपी रोड की होटलों में नाच-गानों के साथ-साथ नशे का व्यापार भी करते है।

सोशल मीडिया से करते प्रचार, होती बुकिंग

वीआईपी रोड की होटलों में आयोजित हो रही पार्टियों के आमंत्रण के लिए नशे के सौदागरों ने अब सोशल मीडिया को अपना हथियार बना लिया है। रायपुर के युवाओं में नशे का ट्रेंड भी बदल गया है। पहले जहां शराब, हुक्का, कफ सिरफ, टैबलेट, गांजा आदि का सेवन अधिक किया जाता था, अब इसकी जगह पर बड़े घरों के युवा कोकीन, ब्राउन शुगर आदि का डोज तक लेने लगे हैं। पार्टियों में नशे को खपाने के लिए होटलों के संचालकों ने सोशल मीडिया में विदेशी बार-बालाओं की तस्वीरें लगाकर युवाओं को अपनी तरफ आकर्षित करने लगे है। और ये तरीका जब कारगर साबित हुआ तब से हर दिन नशे की पार्टियों के आयोजन करने के लिए नशे के सौदागर सोशल मीडिया के जरिए नशे की पार्टियों का आयोजन करने लगे है।

नाईट पार्टियों में होते बाउंसर

पुलिस की सख्ती और चौकसी के बाद भी वीआईपी रोड और अन्य इलाकों के बड़े होटलों-पब और क्लबों में नाइट पार्टियों के आयोजन पर रोक नहीं लग पा रही है। छुटभैय्ये नेताओं के संरक्षण में होटल संचालक आयोजकों से मिलकर बगैर किसी परेशानी के पार्टी आयोजित कर रहे हैं। नाइट पार्टियां प्रशासन द्वारा निर्धारित समय के बाद भी देर रात तक चल रही हैं जिसमें ग्राहकों को शराब और हुक्का के अलावा दिगर नशा भी परोसा जा रहा है। इन आयोजनों के दौरान पुलिस अंदर दाखिल भी नहीं हो पाती, पुलिस वाला अगर कोई पहुंचता भी है तो छुटभैय्ये नेता खुद ही बाहर आकर उनका आवभगत कर सब कुछ सामान्य होने का झूठा भरोसा दिलाकर रवाना कर देते हैं। इसके बाद बाउंसरों की तैनाती के बीच नाइट पार्टी पूरी शबाब में पहुंचती है। ऐसी पार्टियों के कई वीडियो भी सामने आए हैं जिससे पार्टी के कलेवर को पहचाना जा सकता है।

छत्तीसगढ़ सरकार की छवि खराब करने की कोशिश

वीआईपी रोड के बड़े होटलों में युवाओं को शराब परोसा जाता है। नशे में झूमते लोग शबाब की अदाओं पर मदहोश रहते है। नशे की पार्टी का आयोजन कर नशे के सौदागर बार-बालाओं को अपने आयोजित की हुई पार्टी में आमंत्रित करते है और युवाओं में नशा परोसने के लिए भी कहते है। विदेशी बालाओं को कोई युवा मना नहीं कर पाता तो वो विदेशी बालाएं उन्हें बड़ी ही सहजता से नशा कराती है। नशे की पार्टी में अश्लील डांस करती युवतियां मेहमानों को शराब भी परोसती है। पार्टी में मौजूद युवक भी उनके साथ झूमते है। देर रात करीब 10 बजे से रात 3 बजे तक नशे की पार्टी अपने शबाब पर होती है। नशे के सौदागरों ने लोगों को पार्टी कराने के लिए हॉल बुक करा रखे है। पार्टी में नाचने वाली लड़कियां बुलाई जाती है, जिनके द्वारा अश्लीलता भी परोसी जाती है। लगतार पुलिस को सूचना देने के बाद भी इस तरह की पार्टियों को बंद नहीं कराया जाता आखिर ऐसा कौन सा नेता है जिससे डरकर पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है और अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रही है।

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