भाजपा नेताओं को नसीहत-डेकोरम मेंटेन करें

प्रदेश प्रभारियों ने युवामोर्चा के सदस्यों की मांगी रिपोर्ट

Update: 2021-02-15 05:07 GMT

रायपुर (जसेरि)। भाजपा प्रदेश प्रभारियों ने युवा मोर्चा के अध्यक्ष और प्रभारियों से एक-एक पदाधिकारी की रिपोर्ट मांगी है। यह बताना होगा कि जिन्हें टीम में शामिल किया गया है, उनका क्या प्रोफाइल है। साथ ही, अध्यक्ष व प्रभारियों को बैठकर तालमेल बनाने कहा गया है।

युवा मोर्चा की कार्यकारिणी में उन लोगों को शामिल करने का आरोप है, जो प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं। जोगी कांग्रेस और यूथ कांग्रेस में रहे कार्यकर्ता को कार्यकारिणी में शामिल करने की शिकायत की गई है। प्रोफाइल की समीक्षा के बाद यह तय किया जाएगा कि आरोप सही हैं, या नहीं। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मीडिया में चल रही खबरों पर भी प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नवीन ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने दो टूक कहा है कि परिवार में जो बातें हो रही हैं, उस पर मीडिया में खबरें आ रही हैं, वह सही नहीं है।
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी की मौजूदगी में प्रदेश महामंत्री भूपेंद्र सवन्नी के साथ हुए विवाद को लेकर प्रभारियों ने करीब आधे घंटे पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर से बात की। प्रभारियों ने पार्टी का डेकोरम मेंटेन करने की नसीहत दी है। साथ ही, बैठक की सूचना सही ढंग से संबंधित पदाधिकारियों तक पहुंचाने की बात भी कही गई है, जिससे बाद में किसी तरह के विवाद की स्थिति न बने। इसी तरह सोशल मीडिया पर पार्टी विरोधी बयानबाजी करने वालों की भी रिपोर्ट मांगी गई है। मीडिया से बातचीत के दौरान पुरंदेश्वरी ने यह स्वीकार किया कि नियुक्तियों के संबंध में कुछ मतभेद हैं, जिन्हें मिलकर दूर किया जाएगा। हालांकि उन्होंने इस विषय पर कांग्रेस की टिप्पणियों को लेकर उन्होंने कहा कि यह उनके परिवार और पार्टी का मसला है, इस पर उन्हें क्या लेना-देना है। बैठक से पूर्व प्रभारी व सह प्रभारी त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस के निवास पर मिलने के लिए पहुंचे।
महीने की आखिर तक सभी जिलों की कार्यकारिणी
प्रदेश प्रभारियों की पूरी बैठक संगठन में नियुक्तियों पर फोकस रही। मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी के बाद अब जिलों की कार्यकारिणी के लिए इस महीने का समय दिया गया है। इसके बाद मंडल स्तर नियुक्तियां करनी है। जिला प्रभारियों को ज्यादा से ज्यादा दौरे पर जोर दिया गया है। इसी तरह जिला अध्यक्षों को बूथ लेवल पर सक्रियता लाने की जिम्मेदारी दी गई है।
जिला प्रभारियों से रिपोर्ट
प्रदेश प्रभारियों की व्यवस्था के मुताबिक जिलाध्यक्ष, जिलों और मोर्चा के प्रभारी अपनी-अपनी रिपोर्ट बनाते या एक-दूसरे पदाधिकारियों से जानकारी लेते नजर आए। प्रदेश प्रभारी हर बार प्रभारियों से उनके द्वारा की गई गतिविधियों की जानकारी लेते हैं। इसकी लिखित रिपोर्ट मांगी जाती है। कई पदाधिकारी अभी भी अपने वरिष्ठों से यह पूछते नजर आए कि किन-किन गतिविधियों की रिपोर्ट देनी है। बता दें कि सभी पदाधिकारियों को अपने परफॉर्मेंस की जानकारी देनी है। इनमें जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। इसके आधार पर विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट देने पर फैसला लिया जाएगा। इस वजह से सभी पदाधिकारी अपनी रिपोर्ट को लेकर काफी गंभीर हैं।
सदन और सड़क पर सरकार को घेरने की रणनीति
विधायक दल की बैठक में भ्रष्टाचार, कर्ज के बोझ, शराब, रेत और भू माफिया से लेकर कानून व्यवस्था आदि मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनी है। बजट सत्र में मुद्दों को उठाने के लिए लंबा समय मिलेगा, इसलिए ग्राउंड रिपोर्ट के साथ सरकार से सवाल करने पर जोर दिया गया। प्रभारियों ने सदन में भाजपा के परफॉर्मेंस पर संतोष जाहिर किया। प्रभारियों ने कहा कि सदन में संख्या कम होने के बावजूद भाजपा विधायक अपनी तैयारियों और तथ्यों के साथ सरकार के सामने मुश्किलें खड़ी करने में कामयाब रहते हैं। इसी तरह इन मुद्दों को लेकर सड़क तक लड़ाई लडऩे के निर्देश दिए। इस दौरान दोनों प्रभारियों के साथ पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, नारायण चंदेल, शिवरतन शर्मा, कृष्णमूर्ति बांधी, रजनीश सिंह, रंजना साहू, डमरूधर पुजारी सहित सभी विधायक मौजूद थे।


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