राजनांदगांव। जिले में कस्टम मिलिंग का शेष चावल जमा कराने को लेकर राजनांदगांव जिले में प्रशासन द्वारा राईस मिलर्स के विरूद्ध जांच-पड़ताल और कार्रवाई का अभियान शुरू कर दिया गया है। कस्टम मिलिंग का चावल जमा कराने में उदासीनता बरतने वाले तीन राईस मिलों के संचालकों को नोटिस जारी करने के साथ ही उनकी राईस मिलों में स्टॉक की गड़बड़ी का मामला पकड़ में आने पर 6800 क्विंटल धान और 2750 क्विंटल चावल जब्त किया गया है। कलेक्टर संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में खाद्य विभाग के अधिकारियों की टीम राईस मिलों में औचक दबिश देकर धान एवं चावल के स्टॉक का मिलान सहित अन्य दस्तावेजों की लगातार जांच-पड़ताल कर रही है।
खाद्य अधिकारी रविन्द्र सोनी ने बताया कि खाद्य विभाग की टीम ने मां परमेश्वरी राईस मिल चारभाठा डोंगरगढ, श्री श्याम इंडस्ट्रीज महराजपुर छुरिया और मेसर्स एमजे फूड प्रोडक्ट डोंगरगढ़ में औचक निरीक्षण के दौरान धान और चावल के स्टॉक में कमी पाए जाने के चलते उक्त तीनों मिलों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करने की कार्रवाई की है। माँ परमेश्वरी राईस मिल चारभाठा डोंगरगढ़ से 800 क्विंटल धान एवं 1000 क्विंटल चावल, श्री श्याम इंडस्ट्रीज महराजपुर छुरिया से 500 क्विंटल धान एवं 1450 क्विंटल चावल तथा मेसर्स एमजे फूड प्रोडक्ट डोंगरगढ़ से 4000 क्विंटल धान एवं 1800 क्विंटल चावल जब्त किया है।
गौरतलब है कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स को प्रदाय किए गए धान के एवज में 31 अक्टूबर तक शत-प्रतिशत मात्रा का चावल जमा किया जाना है। राजनांदगांव जिले में एफसीआई में 99842 मीट्रिक टन चावल तथा नागरिक आपूर्ति निगम में 16067 मिट्रिक टन अरवा चावल जमा किया जाना शेष है। शेष चावल की मात्रा एफसीआई एवं नागरिक आपूर्ति निगम में जमा कराने के निर्देश राईस मिलरों को दिए गए हैं।