छग में 24 जगहों पर ACB/EOW का छापा, संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज किए बरामद
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Raipur. रायपुर। आय से अधिक संपत्ति के मामले में ACB/EOW ने आज 24 स्थानों पर छापा मारा. टीम ने निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई, रानू साहू और राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के ठिकानों पर छानबीन की. इन आरोपियों के ठिकानों से अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिनसे भारी मात्रा में बेनामी संपत्तियों का पता चला है. अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लेपटॉप, मोबाइल एवं पेन ड्राइव भी बरामद किए गए हैं, जिनमें संपत्तियों की जानकारी दर्ज है. वहीं कोल लेवी मामले में लंबे समय से फरार मुख्य आरोपी मनीष उपाध्याय को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने 23 अगस्त 2024 तक आरोपी मनीष को पुलिस रिमाण्ड पर ब्यूरो को सौंपा है।
ACB/EOW ने बताया, सौम्या चौरसिया तत्कालीन उप सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय छत्तीसगढ़ शासन, समीर विश्नोई तत्कालीन निदेशक संचालनालय भौमिकी एवं खनिकर्म नवा रायपुर, रानू साहू (भाप्रसे) तत्कालीन कलेक्टर कोरबा के मामले में ब्यूरो की टीम ने आज राजस्थान एवं रायगढ़ में 02-02 स्थानों पर, बैंगलौर, जमशेदपुर (झारखंड), कोरबा, गरियाबंद में 1-1 स्थान पर, महासमुंद में 03 स्थान पर, दुर्ग में 08 स्थानों पर एवं रायपुर में 5 स्थानों पर इस प्रकार कुल 24 स्थानों पर छापे मारकर तलाशी की कार्यवाही की गई. सभी मामले अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने (धारा 13 (1) (बी), 13(2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) से संबंधित हैं. अब तक की कार्यवाही में अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनसे भारी मात्रा में बेनामी संपत्तियों का पता चला है. वाहनों से संबंधित बहुत से दस्तावेज एवं अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लेपटॉप, मोबाइल एवं पेन ड्राइव भी बरामद हुए हैं, जिनमें संपत्तियों की जानकारी दर्ज है. दस्तावेजों एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जा रही है। अवैध कोल लेवी प्रकरण में भिलाई से आरोपी मनीष उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया है।
ACB/EOW ने बताया, अवैध कोल लेवी मामले में मुख्य आरोपी मनीष उपाध्याय पिता गेंदालाल उपाध्याय भिलाई को विधिवत गिरफ्ततार कर आज विशेष न्यायालय, रायपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया. न्यायालय ने 23 अगस्त 2024 तक आरोपी मनीष को पुलिस रिमाण्ड पर ब्यूरो को सौंपा है. बता दें कि आरोपी मनीष काफी लंबे समय से फरार था. इससे पूछताछ पर नए तथ्यों का खुलासा होने की सम्भावना है. मिली जानकारी के अनुसार सौम्या ने ही मनीष को फ्लैट दिलवाया था. मनीष द्वारा ही पैसों की लेनदेन सौम्या चौरसिया द्वारा की जाती थी, लेकिन ईडी की काईवाई के बाद से मनीष उपाध्याय अपने इस घर से फरार था, जिसे अब जाकर ईओडब्ल्यू ने पकड़ा है. इसके अलावा होटल व्यवसायी और कथित रूप से राज्य में पदस्थ आईएएस, आईपीएस के करीबी माने जाने वाले अनिल कुमार पाठक के नेहरू नगर ईस्ट स्थित निवास पर भी टीम ने कार्रवाई की है. अनिल कुमार पाठक नेहरू नगर में होटल हैप्पी आवर्स के मालिक है. उन पर कोयला घोटाला मामले में संलिप्तता के आरोप लगे हैं. अनिल कुमार पाठक के कई ठिकनों पर तलाशी लेने पर सम्पति के दस्तावेज और ज्वेलरी, कैश संबंधी दस्तवेज भी बरामद किए गए हैं. इस काईवाई के बाद एसीबी की टीम अनिल कुमार पाठक के निवास से करीब 7 बजे रवाना हो गई।