बिलासपुर। जिले में डायरिया तेजी से अपना पैर पसार रहा है. शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में इसका प्रकोप देखा जा रहा है. जिले में अब तक 500 से अधिक डायरिया से पीड़ित हो चुके हैं, जिनमें से 6 की मौत हो चुकी है. 11 से अधिक डेंगू के मरीजों की भी पहचान हो चुकी है. ऐसा नहीं है कि शहर में डायरिया का प्रकोप पहली बार हुआ है. इससे पहले भी नगर निगम के तालापारा, तारबाहर, टिकरापारा में डायरिया का प्रकोप देखने को मिला था.
बीते एक माह से जिले में डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है. जिसमें चांटीडीह, मस्तूरी, बिल्हा के बाद अब शहर से लगे घुटकू में इसका प्रभाव देखा जा रहा है. यहां दूषित पानी पीने की वजह से उल्टी, दस्त और बुखार से लोग ग्रसित हैं. लगातार डायरिया, डेंगू, मलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. शहर के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल सिम्स, जिला अस्पताल समेत अन्य अस्पतालों में मरीज आ रहे हैं. इधर डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है.