गरियाबंद। जिले के तहसील मुख्यालय मैनपुर से 18 किमी दूर जंगल के भीतर बसे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी गोद ग्राम कुल्हाड़ीघाट एवं आश्रित ग्राम कठवा, भाताडिग्गी में चक्रवाती तूफान ने जमकर तांडव मचाया। मंगलवार दोपहर को अचानक तेज गति से तूफान आया और देखते ही देखते पेड़ एवं बिजली के खंभे गिर गए। ओले गिरने लगे और भारी आंधी तूफान लगभग 20 मिनट तक कहर मचाया और गांव के लगभग सभी खपरैल वाले घरों के छप्पर को भारी नुकसान पहुंचाया। घरों में रखे चावल-दाल, कपड़ा, राशन सामग्री व जरूरी घरेलू सामग्री भीग गये।
गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने से चार मवेशियों की मौत हो गई है। ग्राम के सरपंच धनमोतिन सोरी, पूर्व सरपंच बनसिंह सोरी, उपसरपंच दामोदर मरकाम व ग्रामीणों ने बताया अपने जीवन में पहली बार इतना भयानक आंधी तूफान देखे हैं। बुधवार की दोपहर एक बजे तक प्रशासन का कोई भी अमला इस गांव में नहीं पहुंचा है, गांव पहुंचने वाली सडक़ में 6 किमी दूर से बड़े-बड़े पेड़ जगह-जगह गिर जाने से आवागमन पूरी तरह से बाधित है और तहसील मुख्यालय मैनपुर से यह गांव पूरी तरह से संपर्कविहीन हो गया है। गांव में मोबाइल टावर नहीं होने के कारण इसकी जानकारी आज सुबह लगी।