महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के एक आश्रम में कथित तौर पर 13 वर्षीय किशोरी की बेरहमी से पिटाई करने और उसके मुंह में जलती हुई लकड़ी डालने के आरोप में पुलिस ने तीन सेवादारों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में आश्रम के संचालक को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के बागबहरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत पतेरापाली गांव स्थित जय गुरुदेव मानस आश्रम में बालिका से मारपीट करने और उसके मुंह में जलती लकड़ी ठूंसने के आरोप में पुलिस ने नरेश पटेल (28), भोजकुमार साहू (27) और राकेश दीवान (40) को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आश्रम संचालक रमेश सिंह ठाकुर को भी गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि बालिका के परिजनों के मुताबिक घटना 24 फरवरी की है, लेकिन इस संबंध में पीड़िता के भाई ने 28 फरवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रायपुर जिले के अभनपुर क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता मानसिक बीमारी से पीड़ित थी और 20 फरवरी को उसके परिजन झाड़-फूंक के इलाज के लिए आश्रम लाए थे। उन्होंने बताया कि बाद में बालिका के भाई ने उसे आश्रम में छोड़ दिया और घर लौट गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 24 फरवरी को आश्रम में भोग लगाने को लेकर हुए विवाद में तीन सेवादार (स्वयंसेवक) पटेल, साहू और दीवान ने लड़की को बुरी तरह पीटा और तीनों ने उसके मुंह में जलती लकड़ी डाल दी। इस घटना में वह गंभीर रूप से झुलस गई।
उन्होंने बताया कि जब घटना की जानकारी पीड़िता के परिजनों को मिली तो वे आश्रम पहुंचे। आरोपियों ने पीड़िता के परिवार को मामले की सूचना पुलिस को नहीं देने की धमकी दी थी। जब बालिका के परिजनों ने 28 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई तब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने तीन आरोपियों को हत्या का प्रयास समेत अन्य धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि आश्रम के संचालक ठाकुर जो वहां के प्रमुख गुरु भी हैं को साक्ष्य छुपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।