दुर्ग। जिले के सबसे बड़े अस्पताल शासकीय जिला चिकित्सालय में 23.75 करोड़ की लागत से स्वीकृत क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण प्रारंभ हो गया है। चिकित्सालय परिसर में बन रहे सीसीयू में 11 करोड़ की लागत से भवन निर्माण कार्य करवाए जाने के बाद 12.75 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक मशीनरी एवं अन्य व्यवस्थाएं विश्वस्तरीय अस्पतालों की तर्ज पर की जाएंगी। परिसर में ही जर्जर हो चुके टीबी अस्पताल को भी डिस्मेंटल कर नए भवन निर्माण का कार्य शुरू किया गया है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए लगातार सक्रिय वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा स्वास्थ्य विभाग एवं सीजीएमएससी के अधिकारियों के साथ प्रगतिरत कार्यो के निरीक्षण में पहुंचे। वोरा ने कहा कि पिछले 4 वर्षो में जिला अस्पताल का पूरी तरह से कायाकल्प किया गया है। भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोरोना काल मे सफल व्यवस्थापन के साथ ही लगातार अस्पताल का उन्नयन कार्य करवाया जा रहा है।
11 करोड़ के सर्जिकल वार्ड, ट्रामा सेंटर, वायरोलॉजी लैब, हमर लैब, डेंटल केयर यूनिट, 3 करोड़ के ऑक्सीजन प्लांट, आइसोलेशन वार्ड के बाद क्रिटिकल केयर यूनिट एवं टीबी अस्पताल का निर्माण हो जाने के बाद दुर्ग जिला अस्पताल किसी भी सर्वसुविधायुक्त विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ आम जनता को सेवाएं देने में समर्थ है। शहर की जनता एवं आसपास के क्षेत्र के नागरिकों को गंभीर एवं छिद्रान्वेषण की आवश्यकता वाली बड़ी बीमारियों के लिए भी जिला मुख्यालय से बाहर नहीं भटकना पड़ेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा स्वास्थ्य सुविधा बेहतर करने लगातार राशि स्वीकृत की जा रही है 20 वार्डो में हमर क्लिनिक निर्माण, मोबाइल मेडिकल यूनिट से लोगो को घर के दरवाजे पर इलाज प्राप्त हो रहा है साथ ही पोटिया, बघेरा एवं धमधानाका में 75-75 लाख की लागत से बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी जिला अस्पताल तक दौड़ लगाने से लोगों के समय एवं पैसों की बचत कर रहे हैं। जल्द ही अस्पताल परिसर में नवीन क्रिटिकल केयर यूनिट एवं टीबी अस्पताल का भवन जनता को समर्पित किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान डॉ राजेन्द्र खंडेलवाल, उप अभियंता ललित वर्मा, एल्डरमैन राजेश शर्मा, मनीष यादव, कृष्णा देवांगन, देव सिन्हा एव अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।