रायपुर। राज्य में अब विशेष पिछड़ी जनजाति के 116 युवक-युवतियों को शिक्षक बनकर शासकीय स्कूलों में अपनी सेवाएं देने का अवसर प्राप्त हुआ है। राज्य के जशुपर जिले के दूरस्थ अंचलों में निवास करने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर परिवारों के शिक्षित युवक-युवतियों को जिला प्रशासन की प्रयास से अतिथि शिक्षक के रूप में प्राथमिक एवं माध्यामिक स्कूलों में नियुक्त किया गया हैं। खनिज न्यास निधि के तहत् जिले के चिन्हांकित प्राथमिक एवं माध्यामिक स्कूलों में अतिथि शिक्षक और अतिथि सहायक शिक्षक के रूप में इनकी नियुक्ति की गई है।
राज्य के विशेष पिछड़ी समुदाय के लोगों के लिए यह अत्यंत उत्साह का विषय है। आदिकालीन संस्कृति में जीवन जीने वाले ये जनजातियां अब विकास के मुख्यधारा में शामिल होने लगी हैं। इसके लिए शासन-प्रशासन द्वारा प्रशंसनीय प्रयास किये जा रहे हैं। जशपुर जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त किये गये इन शिक्षकों को रोजगार का अवसर तो मिला ही साथ हीे एक ऐसा प्लेटफार्म मिला है जिससे वे शैक्षिक कार्यो से अपने समुदाय को गौरवान्वित कर सकते हैं। इस नियुक्ति से युवाओं को रोजगार तो प्राप्त हुआ ही साथ ही इन पिछड़े वर्गों के बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर विकास के मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि जिले में निवासरत् विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर जनजाति के युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाए आरै उनकों आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए।
जशपुर जिले के 115 पहाड़ी कोरवा और एक विशेष पिछड़ी जनजाति बिरहोर सहित 116 लोगों की नियुक्ति की गई है। जिला खनिज न्यास निधि अंतर्गत शिक्षा के प्रोत्साहन एवं परिवारों के चहुमुखी उत्थान हेतु प्राथमिक शालाओं में रिक्त पद के विरूद्ध अतिथि सहायक शिक्षक एवं माध्यमिक शालाओं में रिक्त पद के विरूद्ध अतिथि शिक्षक के पद पर वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में नियुक्ति की गई रहे है। विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा एवं बिरहोर परिवारों के शिक्षित युवक-युवतियों को अतिथि शिक्षक एवं अतिथि सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्ति देने से उनके परिवारों के आर्थिक स्थिति में सुधार आया है एवं परिवारों में शिक्षा के प्रति रूचि जागृत हुई है।
बगीचा विकासखंड के ग्राम रंगपूर ग्राम पंचायत बुटंगा की विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा श्रीमती मिलो हसदाकर को बगीचा विकासखंड के पूर्व माध्यमिक शाला मैनी में अतिथि शिक्षक के रूप में रखा गया है। उनकी शैक्षणिक योग्यता बीएससी बायो है। इसी प्रकार नगरपंचायत बगीचा के झापीदरहा के निवासी विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा अंजनी बाई को अतिथि शिक्षक के रूप में आदिजाति विभाग के अंतर्गत प्राथमिक शाला झगरपुर में नियुक्ति दी गई है। नियुक्ति पाने वाले युवाओं ने छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।