102 एंबुलेंस संचालन के लिए तय नहीं हुई एजेंसी

कई बार रद्द हो चुका है टेंडर

Update: 2021-05-04 06:37 GMT

रायपुर (जसेरि)। राज्य में 102 एम्बुलेंस का संचालन भगवान भरोस चल रहा है। दरअसल, 102 के संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग में सालभर से प्रक्रिया चल रही है। इसमें करीब 350 एम्बुलेंस का संचालन एजेंसी के माध्यम से किया जाना है। मगर, विभाग अब तक संचालन का जिम्मा किसे देना है, यह तय नहीं कर पाया है।

जानकारी के अनुसार, 102 एम्बुलेंस संचालन के लिए विभाग द्वारा 25 मार्च 2021 को टेंडर खोला गया था। इसमें जिस एल-1 कंपनी को संचालन के लिए चिह्नित किया गया। उस कंपनी को एनटीपीसी द्वारा पहले ही ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है। उसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग में की गई है। साथ ही कंपनी पर फर्जी शपथ पत्र भरकर टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने का आरोप भी लगा है।
शिकायत के बाद मामले की जांच तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जाने की बात की जा रही है। मगर, जांच प्रक्रिया धीरे होने से संचालन व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इधर, कंडम वाहनों के भरोसे 102 का संचालन होने और व्यवस्था प्रभावित होने के कारण 112 और 108 पर इसका अतिरिक्त भार पड़ रहा है।
नतीजा महामारी काल में कई मरीजों को समय पर शासकीय एम्बुलेंस सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसकी लगातार शिकायत भी स्वास्थ्य विभाग के पास पहुंच रही है।
यह भी नियम : विभागीय जानकारी के अनुसार प्रक्रिया में एल-1 कंपनी अगर ब्लैक लिस्टेड है तो एल-2 को संचालन की स्वीकृति दी जानी है। लेकिन जांच की कार्रवाई प्रभवित रहने से संचालन का जिम्मा किसे यह भी तय नहीं हुआ है। दता दें कि अब तक पांच बार टेंडर प्रक्रिया असफल रही है।
रिपोर्ट के बाद जल्द पूरी करेंगे प्रक्रिया
102 एम्बुलेंस संचालन के लिए टेंडर प्रक्रिया की गई थी। एल-1 कंपनी के ब्लैक लिस्टेड होने की शिकायत के बाद विभागीय जांच चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद जल्द प्रक्रिया पूरी करेंगे।
- डॉ एसके बिंझवार, प्रभारी अधिकारी 108, 102, स्वास्थ्य विभाग
लॉकडाउन में लर्निंग लाइसेंस की अवधि खत्म तो बनवा लें 30 जून तक
रायपुर (जसेरि)। कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे के लिए जिला प्रशासन ने लाकडाउन लगा दिया है। लाकडाउन के चलते सभी कार्यालय बंद हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनके लर्निंग लाइसेंस वाहनों के परमिट और फिटनेस की अवधि समाप्त हो गई है। जिससे चलते वह काफी परेशान हैं। ऐसे में परिवहन विभाग ने इन लोगों के लिए राहत दी है। परिवहन विभाग ने ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट और फिटनेेस 30 जून तक आरटीओ कार्यालय में बनवा सकेंगे। इसके लिए अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। ज्ञात हो कि प्रदेश में करीब 55 लाख वाहन हैं। प्रतिदिन रायपुर आरटीओ कार्यालय में 50 गाडिय़ों के परमिट, 140 गाडिय़ों के फिटनेस, सौ लर्निंग लाइसेंस और करीब 50 लाइसेंस नवीनीकरण का काम किया जाता है। लॉकडाउन में पंजीकृत व्यावसायिक वाहनों का संचालन बंद है।
अतिरिक्त शुल्क नहीं
लॉकडाउन के दौरान जिनका लर्निंग लाइसेंस, परमानेंट लाइसेंस, फिटनेस प्रमाणपत्र और परमिट आदि नहीं बन पाया है, उनको घबराने की जरूरत नहीं है। वह अब 30 जून तक आसानी से लर्निंग लाइसेंस बनवा सकेंगे। इससे लिए उनको अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
- शैलाभ साहू, आरटीओ रायपुर

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