10 रूपये के रिचार्ज के नाम पर 1 लाख की ठगी, रिटायर्ड अफसर ने की थी शिकायत, अब खाते में वापस आया पैसा

छत्तीसगढ़

Update: 2021-05-31 14:30 GMT

छत्तीसगढ़। राजनांदगांव साइबर सेल टीम ने कार्यवाही कर साइबर ठगों से 1 लाख 28 हजार रूपये प्रार्थी के एकाउंट में वापस कराए। 13 मई को कुंज विहार काॅलोनी राजनांदगांव निवासी द्वारिका लोन्हारे (सेवानिवृत सहायक आयुक्त) उम्र 69 साल ने साइबर सेल उपस्थित होकर बताया कि 12 मई को उसे एक एसएमएस प्राप्त हुआ। एसएमएस में मोबाइल को रिचार्ज करने के लिए लिखा गया था। नही करने पर मोबाइल नंबर ब्लाॅक को जाने की जानकारी थी। प्रार्थी ने एसएमएस को पढ़कर उसमें दिये गये मोबाइल नंबर से संपर्क किया गया। मैसेज में दर्ज अज्ञात मोबाइल नंबर धारक से बात करने पर प्रार्थी को बीएसएनएल के रिचार्ज साइट पर जाकर 10 रूपये का रिचार्ज करने कहा गया। प्रार्थी उसके बातों में आकर बीएसएनएल के रिचार्ज साइट से एसबीआई के इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से 10 रूपये का रिचार्ज किया। साथ ही उस व्यक्ति द्वारा प्रार्थी के मोबाइल में धोखे से रिमोट एक्सेस मोबाइल एप एनीडेस्क डाउनलोड कराकर प्रार्थी के एसबीआई इंटरनेट बैंकिंग में रजिस्टर्ड 2 एकाउंट से कुल 4 लाख 84 रूपये ठगी कर लिया गया। ठगी की सूचना प्राप्त होने पर साइबर सेल टीम ने प्रार्थी का बैंक स्टेंटमेंट चेक किया। बैंक स्टेंटमेंट एनालिसिस पर प्रार्थी की रकम विभिन्न बैंक एकाउंट, ई-वैलेट एवं शाॅपिंग साईट के माध्यम से ट्रांसफर होना पाया गया। साइबर सेल टीम ने तत्काल ई-वैलेट एवं शाॅपिंग साइट के नोड़ल से फोन एवं वाट्सअप के माध्यम से संपर्क कर रकम वापस करने कहा गया। साइबर सेल टीम की त्वरित कार्यवाही के फलस्वरूप 1 लाख 28 हजार रूपये प्रार्थी को वापस दिलाने में सफलता मिली। आमजन सेे राजनांदगांव पुलिस की अपील है कि किसी भी व्यक्ति से अपनी बैंक संबंधी गोपनीय जानकारी जैसे एकाउंट नंबर, डेबिट/केडिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर एवं ओटीपी आदि शेयर न करे। न ही किसी अज्ञात लिंक, अज्ञात एप्स को डाउनलोड करें। जागरूक रहे, सतर्क रहे।

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