पटना एम्स में विश्व पर्यावरण सप्ताह का आयोजन, प्लास्टिक प्रदूषण दूर करने का लिया गया संकल्प
पटना। बिहार की राजधानी पटना स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में विश्व पर्यावरण सप्ताह (5 से 9 जून) तक मनाया गया। इस मौके पर एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ जी के पाल एवं उनकी टीम ने 50 पौधों का रोपण किया तथा प्लास्टिक प्रदूषण दूर करने के लिए संकल्प लिया गया।
पौधारोपण कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक डा. सी एम सिंह, ट्रामा सेंटर के उप चिकित्सा अधीक्षक डा. अनिल कुमार, प्लास्टिक सर्जरी विभागाध्यक्ष डा. वीणा सिंह सहित अन्य कई फैकल्टी, स्टाफ व छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
वृक्षारोपण कार्यक्रम के बाद ओपीडी में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। पाल ने इस मौके पर कहा कि इस वर्ष का थीम ' बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन' है। उन्होंने छात्रों, फैकल्टी, कर्मचारियों और आम लोगों से पर्यावरण संतुलन के लिए एक साथ काम करने का आह्वान है, जिससे जैव विविधता को बढ़ाया जा सके और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम किया जा सके।
कार्यकारी निदेशक पाल ने कहा कि हमे एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के उपयोग को कम करना चाहिए और पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों को बढ़ावा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्लांटेशन, नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग, साइकिल रैली सहित कई गतिविधियों से हम पर्यावरण संरक्षण का समर्थन करने, नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने, कचरे को कम करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ सी एम सिंह ने भरोसा देते हुए बताया कि देश के एक प्रमुख संस्थान के रूप में हम प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए सक्रिय कदम उठाएंगे और उपायों को लागू करेंगे।
एडिशनल प्रोफेसर और ट्रॉमा सर्जरी एंड क्रिटिकल केयर के प्रमुख डॉ अनिल कुमार ने कहा कि वैश्विक नागरिक के रूप में, यह हमारा कर्तव्य है कि हम पर्यावरण की रक्षा करें और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित करें।
उन्होंने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण आज एक वैश्विक संकट बन गया है, जो हमारे महासागरों, समुद्री जीवन और हमारे स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा बन गया है।
उन्होंने कहा कि एम्स पटना इस मुद्दे की गंभीरता को पहचानता है और प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता का वचन देता है।
इस कार्यक्रम मे नवीन शर्मा, लक्ष्मी प्रसन्ना, डॉ आर के मंडल सहित नसिर्ंग छात्र, स्वच्छता कर्मचारियो ने भी भाग लिया।
--आईएएनएस