Nalnda थाने में स्कॉर्पियो से होती थी वन्य जीवों की तस्करी

होती थी वन्य जीवों की तस्करी

Update: 2023-10-06 06:26 GMT
बिहार   वन्य जीवों की शिकार व मांस की तस्करी में जब्त वाहनों का प्रयोग चेनारी पुलिस करती थी. तत्कालीन चेनारी थानाध्यक्ष के सहयोग से वन्य जीवों का शिकार होता था. काले हिरण शिकार मामले में वन विभाग द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी से इसका खुलासा हुआ है.
वन विभाग की कार्रवाई में काले हिरण के मांस व अवशेष लदे जब्त स्कॉर्पियो को घटना के करीब डेढ़ माह पूर्व चेनारी थाना पुलिस ने जब्त की थी. स्कॉर्पियो से हथियार व कारतूस के साथ चार लोगों को पकड़कर जेल भेजा गया था.
बताया जाता है कि चेनारी थाना पुलिस ने विगत 26 जुलाई को वाहन चेकिंग के दौरान चेनारी-कुदरा स्टेट हाइवे पर गजराढ़ गांव के समीप से स्कार्पियो को घेरकर पकड़ा था. वाहन की तलाशी के दौरान चालक की सीट के नीचे से हथियार व गोली से भरी मैग्जीन मिली थी. जांच के दौरान स्कॉर्पियो के कागजात भी नहीं मिले. ऐसे में पुलिस ने वाहन में सवार लोगों को गिरफ्तार किया था. स्कॉर्पियो, हथियार व गोली को जब्त की थी. जब्त स्कॉर्पियो को थाना लाया गया. वहीं, करीब डेढ़ माह बाद 18 को वन विभाग के अधिकारियों ने वन्य जीवों का शिकार कर मांस तस्करी की सूचना पर कार्रवाई शुरू की.
कार्रवाई के दौरान वन विभाग की टीम ने चेनारी थाना परिसर से काले हिरण के मांस लदे स्कॉर्पियो को जब्त की थी. मामले में गहन पूछताक्ष के बाद चेनारी थानाध्यक्ष के सहयोग से वन्यजीवों के शिकार करने में सात लोगों पर केस दर्ज किया गया. साथ ही काले हिरण के मांस लदे स्कॉर्पियो को जब्त की थी. वन विभाग द्वारा जब्त स्कॉर्पियो वहीं है, जो पूर्व में चार अपराधियों को हथियार व गोली के साथ चेनारी पुलिस ने करीब डेढ़ माह पूर्व पकड़ी थी.
जब्त स्कॉर्पियो का नंबर बीआर 24 पी 6505 है. मामले में चेनारी थाना पुलिस द्वारा 26 जुलाई को दर्ज केस व वन विभाग द्वारा 18 को दर्ज केस में एक ही स्कॉर्पियो का जिक्र है. ऐसे में क्षेत्र में चर्चा तेज है कि है कि चेनारी थाने में जब्त वाहनों से वन्यजीवों का शिकार कर तस्करी की जाती थी.
पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल पुलिस पदाधिकारियों पर समय-समय पर भयादोहन व भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. न्याय के लिए थाना पहुंचे अधिकांश लोगों की शिकायत रहती है कि पुलिस वसूली में लगी रहती है. लेकिन, अधिकांश मामले में आरोप साबित नहीं हो पाते है. मामले को लेकर पुलिस पदाधिकारियों की ओर से ऑफ रिकॉर्ड बातें कही जाती है कि पुलिस को बदनाम करने के लिए ऐसा आरोप लगाया जाता है. पुलिस निष्पक्ष व निस्वार्थ मदद करती है. पदाधिकारियों पर लगने वाले आरोपों को सच नहीं मानती है. लेकिन, चेनारी थाने में पहले से जब्त स्कॉर्पियो से काले हिरण के मांस व अवशेष मिलने से पुलिस की कार्यशैली कटघरे में खड़ी हो गई है. लोगों के आरोपों को बल मिल रहा है. बहरहाल रोहतास एसपी ने मामले में चेनारी थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है. जांच चल रही है. हर एंगल से मामले की लगातार जांच की जा रही है. सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में डीएफओ मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि यह बहुत बड़ा मामला है. इस संबंध में पुलिस द्वारा मुझे जानकारी नहीं दी गई है. अगर थाने के जब्त वाहन से मांस बरामद किया गया है तो यह पुलिस द्वारा साक्ष्य छुपाया गया है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल जांच हो रही है.
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