Patna पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वसनीय लोगों में पूर्व सांसद केसी त्यागी का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। अभी तक वो जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय प्रवक्ता की भूमिका निभा रहे थे। लेकिन अचानक उन्होंने आज प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इसके पीछे उन्होंने निजी कारण बताया है। लेकिन बताया जा रहा है कि उनके बयान पार्टी को असहज कर रहे थे। वक्फ बोर्ड, जाति जनगणना, एससी/एसटी सब कैटिगराइजेशन को लेकर विवादास्पद मुद्दों पर बयान दिया था जो पार्टी को पसंद नहीं आया था।
त्यागी ने इस्तीफा की घोषणा के बाद इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘मैंने 1989 में अपना पहला लोकसभा चुनाव जीता था और मुझे पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के ऑफिशियल मीडिया सलाहकार के रूप में काम करने का अवसर मिला था। मैंने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पुरोधा कर्पूरी ठाकुर जैसे लोगों के साथ काम किया है।’ साल था 1984, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद पूरे देश में कांग्रेस की सहानुभूति लहर चल रही थी। उसी चुनाव में गाजियाबाद-हापुड़ लोकसभा सीट से केसी त्यागी पहली बार चुनावी मैदान में उतरे थे। त्यागी को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल ने उम्मीदवार बनाया था, लेकिन चुनाव में त्यागी को कांग्रेस के केदारनाथ सिंह से हार का सामना करना पड़ा।
1989 में लोकसभा पहुंचे थे त्यागी
1989 में हुए लोकसभा चुनाव से पहले केसी त्यागी को जनता दल ने राष्ट्रीय महासचिव बने। इसके साथ ही पार्टी ने उनको गाजियाबाद से चुनाव लड़ाया। इस बार उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे बीपी मौर्य को हरा दिया। इसके बाद केसी त्यागी ने 1991 में हुए लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें दुबारा सफलता नहीं मिली। 1996 में त्यागी ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर फिर से ताल ठोका, लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद साल 2004 में वो जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर मेरठ सीट से उम्मीदवार बने, लेकिन वो दोबारा लोकसभा नहीं पहुंच पाए।
नीतीश कुमार ने साल 2013 में भेजा था राज्यसभा
दिल्ली और नेशनल मीडिया में जेडीयू की सबसे मुखर आवाज माने जाने वाले केसी त्यागी साल 2013 में राज्यसभा के लिए हुए उपचुनाव में सांसद बने थे। उनका कार्यकाल फरवरी 2013 से जुलाई 2016 तक रहा। यह उपचुनाव उस समय जेडीयू के नेता रहे उपेंद्र कुशवाहा के राज्यसभा से इस्तीफा के बाद हुआ था। कुशवाहा ने राज्यसभा के साथ ही जेडीयू की प्राथमिकता से भी इस्तीफा दे दिया था।
2023 में त्यागी बने थे मुख्य प्रवक्ता
साल 1989 में त्यागी को जनता दल ने पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया था। वो जनता दल यूनाइटेड में शुरुआती समय से ही काम कर रहे हैं। त्यागी को साल 22 मई 2023 में पार्टी ने मुख्य प्रवक्ता बनाया था। इसके साथ ही उनको विशेष सलाहकार बनाया गया था। हालांकि उनको मार्च में ही प्रवक्ता पद से हटाया गया था। उस समय भी त्यागी ने कहा था कि वो पार्टी के किसी जिम्मेदारी पर काम नहीं करना चाहते हैं।