पटना जंक्शन से विद्युत भवन होते हुए रुकनपुरा तक होगी टनल की खोदाई

Update: 2023-04-11 10:13 GMT

पटना न्यूज़: पटना मेट्रो के पहले कॉरिडोर की भूमिगत टनल की खुदाई के लिए 6 से 7 टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) की जरूरत होगी. जानकारी के अनुसार दूसरे कॉरिडोर के मुकाबले पहले कॉरिडोर में अधिक भूमिगत टनल की खुदाई होनी है. दूसरे कॉरिडोर में जहां चार मशीन की आवश्यकता है, वहीं पहले में 6 से 7 टीबीएम मशीन लगेगी. इन्हें विदेश से मंगाया जाएगा.

नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव सह पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी अरुणिश चावला ने बताया कि पटना मेट्रो की भूमिगत टनल की खुदाई के लिए 10 से 11 टीबीएम मशीन की जरूरत है. पहले चरण के कॉरिडोर-2 के लिए खुदाई का कार्य प्रारंभ है. इसे पूरा करने के लिए 4 टीबीएम की जरूरत है. दो टीबीएम पटना पहुंच गयी है. वहीं अन्य टीबीएम आने वाली है. उन्होंने कहा कि कॉरिडोर-2 से कॉरिडोर-1 में टनल की लंबाई अधिक है. इसी कारण कॉरिडोर-1 में टनल की खुदाई के लिए अधिक टीबीएम की आवश्यकता होगी. ज्ञात हो कि पटना मेट्रो की भूमिगत टनल की खुदाई शुरू हो गई है. यह मोइनुल हक स्टेडियम से पीयू, पीएमसीएच, गांधी मैदान, दूरदर्शन होते हुए पटना मेट्रो जंक्शन तक जाएगा.

कॉरिडोर-वन का टनल होगा 10 किलोमीटर लंबा

जानकारी के अनुसार कॉरिडोर-1 में 10.540 और 2 में 7.926 किलोमीटर सुरंग बननी है. कॉरिडोर-1 पटना मेट्रो जंक्शन से विद्युत भवन, विकास भवन, चिड़ियाखाना, राजा बाजार से रुकनपुरा होते हुए नेहरू पथ स्थित पाटलिपुत्र स्टेशन जाने वाली रेलवे ट्रैक के नीचे से आगे तक होगा. यह सगुना मोड़ की तरफ से आने वाले एलिवेटेड स्ट्रेच में गोला रोड के समीप से भूमिगत स्ट्रेच में मिलेगा. इसके अलावा पटना मेट्रो जंक्शन से मीठापुर की ओर भी भूमिगत टनल की खुदाई होनी है, जो मीठापुर एलिवेटेड स्टेशन के आगे पटना जंक्शन की तरफ से आने वाले भूमिगत टनल में मिलेगा.

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