नालंदा न्यूज़: कलेक्ट्रेट के हरदेव भवन में बाढ़-सुखाड़ की समीक्षा बैठक हुई. प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी ने अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा कि आवश्यक तैयारी समय पर पूरा करें. ताकि, जिले के लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े. बैठक में कई विधायकों ने अधिकारियों की कार्यशैली पर उंगली उठायी, वहीं कम से कम हर तीन माह पर समीक्षा बैठक बुलाने की मांग की. अस्थावां विधायक डॉ. जीतेन्द्र कुमार ने कहा कि पिछले साल आयी बाढ़ में जिन ठेकेदारों ने कार्य किये थे, उन्हें अब तक काम के एवज में राशि का भुगतान नहीं किया गया है. ऐसे में उनसे इस साल फिर कैसे काम लिया जा सकेगा.
100 पंचायतों में पानी पाताल में बताया गया कि बढ़ती गर्मी के कारण जिले में भू-जल स्तर में लगातार गिरावट आ रही है. वर्तमान में जिले की 100 पंचायतों का भू-जल स्तर 40 फीट से अधिक नीचे चला गया है. पेयजल समस्या न हो प्रभारी मंत्री ने पेयजल समस्या का निराकरण उच्च प्राथमिकता देकर करने को कहा. जिन पंचायतों में जलस्तर में तेजी से गिरावट हो रही है, वहां विशेष चौकस रहने का निदेश दिया गया.
संसाधन हैं उपलब्ध डीएम शशांक शुभंकर ने बताया कि नए चापाकल लगाने के लिए स्थल चयन के लिए डीडीसी की अध्यक्षता में समिति बनायी गयी है.
4.44 लोग बाढ़ प्रभावित जिले के 15 अंचलों की 38 पंचायत पूरी तरह तो 66 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित संभावित 4.44 लाख परिवारों की सूची आपदा पोर्टल पर अपलोड किया गया है. इनकी आधार सीडिंग व आधार सत्यापन किया जा रहा है. प्रभारी मंत्री ने पेयजल समस्या का निराकरण उच्च प्राथमिकता देकर करने को कहा. जिन पंचायतों में जलस्तर में तेजी से गिरावट हो रही है, वहां विशेष चौकस रहने का निदेश दिया गया. बैठक में सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक हरि नारायण सिंह, डॉ. जितेंद्र कुमार, कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया, नगर निगम की महापौर अनीता देवी, जिला परिषद की अध्यक्ष पिंकी कुमारी, एसपी अशोक मिश्रा, नगर आयुक्त तरणजोत सिंह, सभी एसडीओ, जिला स्तरीय अधिकारी, बीडीओ, सीओ व अन्य मौजूद थे.