ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के छात्राओं ने हिंदी विभाग के सहायक प्राचार्य की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए लगाया ये गंभीर आरोप

बिहार के दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का विवादों से पुराना नाता है. एक विवाद खत्म नहीं होता दूसरा सामने मुंह बाये खड़ा रहता है.

Update: 2022-08-02 15:36 GMT

बिहार के दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का विवादों से पुराना नाता है. एक विवाद खत्म नहीं होता दूसरा सामने मुंह बाये खड़ा रहता है. ताजा मामला बेहद संगीन और शिक्षा जगत को शर्मशार करने वाला है. दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार पर छात्र छात्राओं ने न केवल बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं बल्कि इसके सबूत भी विश्वविद्यालय को दिए हैं.

विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में पढ़ने वाली छात्राओं ने साफ शब्दों में अपने विभाग के सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि सर न सिर्फ देर रात छात्राओं को फोन कर उल्टी सीधी और गंदी बात करते हैं बल्कि रात में वो अपने घर पर भी आने की जिद करते हैं. खुद की नंगी तस्वीर भी भेजते हैं, साथ ही बात नहीं मानने पर परीक्षा में फेल कर देने के अलावा कई तरह की धमकी भी देते हैं.
हिंदी विभाग में पढ़ने वाले छात्रों ने कहा कि सर के काले कारनामो में साथ नहीं देने पर वो फोन पर मां-बहन की गाली भी देते हैं साथ ही अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर छात्रों के ऊपर न सिर्फ धौंस जमाते हैं बल्कि बड़े राजनितिक लोगों के साथ अपनी तस्वीर दिखा कर अपने प्रभाव में भी लाने का प्रयास करते हैं. लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना और शोषण के खिलाफ आखिरकार छात्र छात्राओं का गुस्सा फूटा जिसके बाद छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन से सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार के खिलाफ न सिर्फ लिखित शिकायत की बल्कि कई तरह के ऑडियो वीडियो और व्हाट्सएप चैट के सबूत भी दिए.
इस मामले में हिंदी विभाग के HOD डाक्टर राजेंद्र साह भी प्राचार्य के रवैये पर सवाल उठाते हुए अखिलेश प्रसाद के खिलाफ अपनी रिपोर्ट भेज चुके हैं. इसकी पुष्टि भी उन्होंने खुद की है. विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने भी शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं ने ऑडियो वीडियो सबूत के साथ अखिलेश प्रसाद के खिलाफ लिखित शिकायत की है. तत्काल जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जांच रिपोर्ट के बाद उचित कार्रवाई की जायेगी. इधर जैसे ही मामला सामने आया आरोपी अखिलेश कुमार की कई तस्वीर बड़े-बड़े नेताओं के साथ वायरल होने लगी.
बिहार के राजयपाल के अलावा उप मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक के साथ की तस्वीर उनके ऊंचे पहुंच की कहानी खुद भी बता रही है. हिंदी विभाग में पढ़ने वाली छात्रा ने बताया कि वो अपने ही सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार से प्रताड़ित है. छात्रा ने बताया कि अखिलेश सर की नीयत साफ नहीं है. छात्राओं को न सिर्फ वो बुरी नजर से देखते हैं बल्कि रात में कॉल कर उल्टी सीधी बातें करते हैं उन्हें घर आने की जिद करते हैं. ना में जबाब देने पर वो रिजल्ट में गड़बड़ कर देने की धमकी भी देते हैं.
छात्राओं का आरोप यह भी है कि कई बार तो अखिलेश सर ने खुले बदन वाली तस्वीर भी भेजी. इसके अलावा व्हाट्सएप पर भी कई तरह के अमर्यादित और गंदे मैसेज भी किये लेकिन जब पानी सर से ऊपर हो गया तब इसकी शिकायत विश्विद्यालय प्रशासन से की है और जब तक उन्हें यहां से हटाया नहीं जाता, या बर्खास्त नहीं किया जाता वो तब तक खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करेंगी. हिंदी विभाग में पढ़ने वाले छात्र दीपक ने बताया कि प्रोफेसर अखिलेश कुमार अपनी मनमानी करते हैं. उनका चरित्र खराब है. यहां पढ़ने वाली लड़कियों पर उनकी गलत नीयत रहती है, इसके कई सबूत भी हैं.
इस मामले में हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष राजेंद्र साह ने बताया कि यह कोई पहला मौका नहीं जब अखिलेश कुमार पर आरोप लगे हैं. इसके पहले भी उनके आचरण से छात्र छात्राएं दहशत में हैं और भयभीत हैं. इसकी लिखित शिकायत कुलपति से भी की गई है. पूरे मामले में अखिलेश कुमार का पक्ष लेने जब हम उनके दफ्तर पहुंचे तो वो वर्ग संचालन के समय भी अपने कुर्सी पर नहीं मिले. उनकी कुर्सी खाली पड़ी था जबकि टेबल पर नेम प्लेट दिखाई दे रहा था. अखिलेश प्रसाद कहा मिलेंगे इसकी जानकारी भी दफ्तर में उपस्थित लोगों के पास नहीं थी.।


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