सरकारी समर्थन मूल्य से बाजार में गेहूं का भाव है बेहतर

Update: 2023-04-08 14:30 GMT

रोहतास न्यूज़: जिला में गेहूं की कटनी शुरू हो गई है. मौसम में लगातार आ रहे उतार-चढ़ाव को देखते हुए जिला के किसानों ने थ्रेसर मशीन से कटनी शुरू कर दिया है. सरकार द्वारा भी गेहूं अधिप्राप्ति करने के लिए तिथि 20 अप्रैल से 31 मई तक निर्धारित की गई है. धान खरीदारी के तर्ज पर गेहूं की भी खरीदारी करनी है. लेकिन, सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल 2125 रूपए निर्धारित किया गया है. जबकि बाजार में इससे बढ़िया दर किसानों को मिल रहा है. फिलहाल बाजार में 2050 से 2110 रूपए प्रति क्विंटल गेहूं का भाव खुला हुआ है. ऐसे में किसान सरकार को गेहूं नहीं देकर बाजार में भी बिक्री करने का मन बनाए हैं.

सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य कम निर्धारित किया है शिवसागर प्रखंड के सहुआं गांव के किसान तेजनारायण सिंह उर्फ भोला ने बताया कि सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य कम निर्धारित किया गया है. जिससे किसानों को कोई फायदा नहीं होने जा रहा है. इस समर्थन मूल्य से किसानों का लागत भी नहीं निकल पाएगा. इससे तो बढ़िया बाजार भाव है. बिचौलिया अथवा स्थानीय गला व्यवसाईयों द्वारा किसानों के खलिहान तक पहुंचकर उनके गेहूं को उठा ले जाते हैं. पैसा भी समय पर भुगतान करते हैं. ऐसे में किसानों को परेशानी भी नहीं होती है. जबकि सरकार को बेचने के लिए किसानों पहले निबंधन कराना होगा. उसके बाद गेहूं बेचने के लिए कागजात संबंधित पैक्स अध्यक्ष अथवा व्यापार मंडल के यहां जमा करना पड़ता है. उसके बाद पैक्सों अध्यक्षों व व्यापार मंडलों की मानमानी चलती है. उनका गेहूं कब मंगवाया जाएगा, इसके लिए भी इंतजार करना पड़ता है. 10-20 रूपए अधिक के चक्कर में किसानों को परेशान होना पड़ता है. इस कारण किसान इसबार बाजार में भी गेहूं बेचने की योजना बना रहे हैं. जिला में इसबार एक लाख 40 हजार हेक्टेयर भूमि गेहूं की खेती हुई है. उम्मीद जतायी जा रही है कि इसबार गेहूं की उत्पादन बेहतर होने की उम्मीद है.

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