बिहार में नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली अब सरकार के गले का फांस बनती जा रही

Update: 2023-07-01 09:33 GMT
बिहार में नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली अब सरकार के गले का फांस बनती जा रही है. आज शिक्षक अभ्यर्थी का महाआंदोलन का आगाज करने जा रहे हैं. आज अभ्यर्थी नई शिक्षक नियमावली के संशोधन का विरोध करेंगे. इसके बाद 11 जुलाई को विधानसभा और 12 जुलाई को सभी MLA के आवास का घेराव करेंगे. आपको बता दें कि हाल ही में बिहार कैबिनेट की बैठक में डेढ़ लाख से अधिक पदों पर होने वाली शिक्षक बहाली से जुड़े नियमों में बड़े बदलाव किए गए थे. सरकार के तरफ से डोमिसाइल नीति को हटाने का फैसला लिया गया, जिसके बाद से राज्यभर के शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं.
नई शिक्षक नियमावली के संशोधन के विरोध में आज आंदोलन
नई शिक्षक नियमावली में संशोधन के अनुसार अब शिक्षक नियुक्ति में बिहार के स्थानीय निवासी होने की अर्हता को समाप्त कर दी गई है. अब देश के सामान्य वर्ग का कोई भी अभयर्थी यहां शिक्षक नियुक्ति की होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकता है. इसी को लेकर ये विरोध हो रहा है. बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के आवाहन पर इस आंदोलन में सीटेट, बीटेट, एसटीइटी पास अभ्यर्थी भी भाग लेंगे. अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार उनका रोजगार छीनकर दूसरे प्रदेश के लोगों को रोजगार का अवसर दे रही है, जो सही नहीं है. इसी को लेकर अब अभ्यर्थियों ने सड़कों पर उतरने का फैसला लिया है.
आंदोलन में शामिल होने वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
वहीं, आपको बता दें कि इस महाआंदोलन को देखते हुए सरकार भी एक्शन मोड में नजर आ रही है. सरकार ने प्रदर्शनकारियों पर एक्शन की तैयारी कर ली है. आंदोलन में शामिल होने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी. वीडियोग्राफी के जरिए जगह-जगह हो रहे आंदोलनों पर नजर रखी जाएगी.
बीजेपी ने भी सरकार को घेरा
वहीं, इसको लेकर बीजेपी ने भी सरकार पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार की शैक्षणिक वातावरण को बर्बाद कर रहे हैं बड़े भाई और छोटे भाई. शिक्षा मंत्री कहते हैं कि बिहार में गणित के टीचर नहीं है, यह तो खुद बिहार को बर्बाद करने की बात करते हैं. बिहार में आईएएस की फौज भरी पड़ी है. बिहार से हर साल इतने आईएएस ऑफिसर निकलते हैं, लेकिन उन्होंने बिहार को बर्बाद कर दिया है और शैक्षणिक वातावरण को भी खराब कर दिया है. यह चरवाहा विद्यालय वाले के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं.
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