बिहार। बिहार के समस्तीपुर में दरिंदों ने चलती गाड़ी में एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. हैवानों ने अपनी भूख मिटाने के बाद लड़की को सड़क किनारे फेंक दिया था. इस घटना को अंजाम देने वाले नशाखुरानी गिरोह के सदस्य थे. समस्तीपुर पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल व एसआइटी ने तीन बदमाशों को दबोचा तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. पिता से लूटपाट के बाद लड़की के साथ दरिंदगी की गयी.
पिता से लूटपाट के बाद पुत्री के साथ गैंग रेप करने वाले नशाखुरानी गिरोह का समस्तीपुर पुलिस ने खुलासा किया है. जिला पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल एवं एसआइटी ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. तीनों बदमाश मुजफ्फरपुर के सकरा एवं वैशाली के बेलसर ओपी के रहने वाले बताये जाते हैं, जिनके पास से नाबालिग लड़की का मोबाइल एवं घटना में प्रयुक्त बोलेरो भी बरामद की गयी है. गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस कप्तान विनय तिवारी ने बताया कि 16 अगस्त की रात समस्तीपुर रेलवे जंक्शन से पिता-पुत्री को बदमाशों ने बोलेरो से झांसे में लेकर अगवा किया था. इसके बाद नशा खिलाकर दोनों पिता-पुत्री को बेहोश कर दिया था. पिता को बेहोशी की हालत में पूसा थाना क्षेत्र में गाड़ी से फेंक दिया था. इसके बाद नाबालिग लड़की के साथ पूसा-मुजफ्फरपुर पथ पर चलती गाड़ी में ही दो बदमाशों ने गैंग रेप किया था. घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने लड़की को मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र में सड़क किनारे फेंक दिया था. इसके बाद उसके मोबाइल एवं सामान लेकर भाग गये थे.
गिरफ्तार किये गये बदमाशों ने इस घटना में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार कर ली है. एसपी ने बताया कि पूछताछ में बदमाशों ने बताया गया कि उनका गिरोह पटना, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर एवं अन्य जिलों में घूम-घूम कर अब तक इस प्रकार की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं साथ ही लोगों के साथ जालसाजी एवं ठगी कर कागज के बदले नोट बदलने (टप्पाबाजी) एवं नकली पीला सोने जैसा धातु दिखाकर लोगों से रुपये ऐंठने का काम भी करते हैं.
एसपी के अनुसार समस्तीपुर पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टीम को भाड़ा पर चलने वाले ऑटो/टैक्सी चालकों से एक नशाखुरानी गिरोह द्वारा यात्री को नशा देकर लूटपाट करने एवं उन्हें कहीं दूर ले जाकर फेंके जाने की सूचना मिली थी, जिस पर टीम लगातार काम कर रही थी. इसी बीच बुधवार को महिला थानाध्यक्ष को लड़की का आवेदन मिला. इसके बाद उन्होंने सदर डीएसपी संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया था. एसआइटी ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया.