फसल क्षति मुआवजे में फर्जीवाड़े का ‘खेल’
बजाप्ता कलेक्शन एजेंट गांव गांव में घूमकर कागजात वसूल रहे
मोतिहारी: बिहार राज्य फसल सहायता योजना 2023 अंतर्गत खरीफ सीजन के लिए फसल क्षति मुआवजा राशि को लेकर फर्जीवाड़ा का ‘खेल’ शुरू हो गया है. किसानों को सहायता राशि दिलाने की गारंटी के साथ अभी से कागजातों की वसूली शुरू हो गयी है. इसके लिए बजाप्ता कलेक्शन एजेंट गांव गांव में घूमकर कागजात वसूल रहे हैं.
ग्रामीण सूत्रों के अनुसार अबतक हजारों किसानों से कागजातों की वसूली की जा चुकी है. साथ ही किसानों को 25 प्रतिशत व एजेंट को 75 प्रतिशत राशि वापसी करने के लिए मोलभाव भी कर रहे हैं. जो किसान इसपर तैयार हो जा रहे हैं,उनसे आधार कार्ड, एलपीसी,रसीद,बैंक खाता आदि ले रहे हैं. किसानों को यह भी कह रहे हैं कि जब खाता में राशि जाएगी तब किये गये सौदेबाजी के अनुसार 75 प्रतिशत राशि वापस कर देनी होगी. यह फर्जीवाड़ा का खेल तुरकौलिया, हरसिद्धि, अरेराज,पहाड़पुर सहित विभिन्न प्रखंडों में शुरू है. इसमें किसान के रजिस्ट्रेशन से लेकर ऑनलाइन आवेदन करने तक कार्य किया जाना है. बिहार राज्य फसल सहायता योजना के तहत फसल कटनी के आधार पर फसल की उपज का आकलन किया जाता है.
इस तरह का मामला संज्ञान में नहीं आया है. यदि इस प्रकार की शिकायत मिलती है तो जांच करायी जाएगी. जांच में जो भी दोषी होंगे वे बख्शे नहीं जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसान स्वयं ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
- आरएन पांडेय ,डीसओ सहकारिता विभाग