शराबबंदी की शपथ लेने वाले मुखिया खुद हुए शराब पीकर कर हंगामा करने के आरोप में गिरफ्तार
ASI मनोज कुमार सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि मुखिया शराब के नशे में हल्ला हंगामा कर रहा है। थानेदार को सूचना देने के साथ वे बरियार पूर्वी में पहुंचे। वहां मुखिया को नशे की हालत में धुत पाया। जब उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की तो उसने विरोध करना शुरू कर दिया। जबरन पुलिस जीप में बैठकर थाना ले जाया गया। फिर मशीन से जांच की गई। अल्कोहल सेवन की पुष्टि होने पर जेल भेजा जा रहा है।
शराबबंदी सफल बनाने की ली थी शपथ: जेल भेजने से पूर्व कोर्ट में पुलिस के साथ पहुंचे मुखिया ने बताया कि उसे इसका पता नहीं है। रात को गांव में एक भोज में शामिल होने गए थे। भोज में कोल्डड्रिंक पिलाई जा रही थी। पता नहीं उसमें क्या मिलाकर पिला दिया था। चक्कर आने लगा तो घर पर जाकर सो गए। कहा कि शराबबंदी को सफल बनाने की शपथ भी ले चुके हैं। कभी शराब को हाथ नहीं लगाया। जबकि पुलिस का कहना है कि घर से नहीं गांव से गिरफ्तार किया गया था।
सदस्यता हो सकती रद्द: शराब के नशे में पकड़े गए मुखिया की सदस्यता रद्द हो सकती है। पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन उस रिपोर्ट को पंचायती राज विभाग को भेजेगी। इसके आधार पर मुखिया की सदस्यता को रद्द किया जा सकता है। उसके खिलाफ चार्जशीट भी दायर किया जाएगा। चार्जशीटेड होने के बाद विभाग द्वारा उक्त कार्रवाई की जा सकती है।