ट्रैफिक थाना का भवन बदहाल, जब्त वाहनों को भी रखने के लिए जगह नहीं

Update: 2023-01-23 10:39 GMT

भागलपुर न्यूज़: शहर को स्मार्ट सिटी में तब्दील करने के लिए हर दिन कुछ ना कुछ बदलाव किए जा रहे हैं. इसके तहत ही स्मार्ट सिटी के लिए स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाकर उसका ट्रायल हो रहा है. बावजूद जिनसे सारी व्यवस्थाएं चलती हैं, वे ही बदहाल स्थिति में हैं. काफी संख्या में ट्रैफिक पुलिस बिना ट्रेनिंग की ही सड़कों पर कंट्रोल में लगाए गए हैं. यही नहीं, उन्हें ना तो बेहतर संसाधन दिया गया और ना ही वाहनों को जब्त कर रखने की जगह. चौक-चौरहों पर पुलिस की तैनाती तो ट्रैफिक कंट्रोल के लिए की गई है, लेकिन भीषण जाम की स्थिति में अनट्रेंड जवान मुश्किल में पड़ जाते हैं.

तत्कालीन एसएसपी आशीष भारती के समय नए ट्रैफिक थाना का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया, लेकिन अबतक इस दिशा में कार्य आगे नहीं बढ़ा. यही वजह है कि थाना को कार्रवाई के बाद जब्त वाहनों को रखने तक की जगह नहीं है. अफसरों या जवानों को ठहरने के लिए जैसे-तैसे कोतवाली परिसर के एक जर्जर भवन में थाना चल रहा है. अब भी जीरोमाइल, विक्रमशिला टीओपी, बाइपास टीओपी, तिलकामांझी ओपी, जोगसर ओपी, कोतवाली थाना, मोजाहिदपुर थाना, नाथनगर थाना, विश्वविद्यालय ओपी, ललमटिया ओपी, इशाकचक थाना, बबरगंज ओपी इलाके में होने वाली दुर्घटना में जब्त वाहन सड़क किनारे ही लगी होती है.

से ज्यादा जवानों की शहर के चौक-चौराहों पर है तैनाती

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सौ से ज्यादा जवानों को ट्रैफिक कंट्रोल में लगाया गया है. समय-समय पर जवानों को ट्रेनिंग दी जाती है. जहां दिक्कत हो रही है, उन स्थानों पर जवानों को ट्रेंड किया जाएगा.

- प्रकाश कुमार, डीएसपी ट्रैफिक

डीएसपी समेत 63 पद हैं स्वीकृत

2011 में आबादी और सड़कों पर ट्रैफिक के हिसाब से 63 पद स्वीकृत किए गए थे. पुलिस मुख्यालय से ट्रैफिक थाना में एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर, एक सार्जेंट, एक सार्जेंट मेजर, छह सब इंस्पेक्टर, छह एसआई के पद के अलावा 12 हवलदार, 30 सिपाही, चार चालक सिपाही और वायरलेस ऑपरेटर शामिल हैं. अबतक केवल रत्नकिशोर झा ही नियमित ट्रैफिक डीएसपी के रूप में तैनात किए गए थे. बाकी समय ये पद खाली या प्रभार के ही चला है. अभी सौ से ज्यादा जवान और अफसर को अस्थायी रूप से ट्रैफिक कंट्रोल में लगाया गया है.

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