विद्यालयों के शौचालय का रखरखाव एजेंसी करेगी
प्रतिदिन साफ-सफाई सुनिश्चित करेगी
गया: राज्य के प्रारंभिक स्कूलों के शौचालयों की मरम्मत और उसका रखरखाव निजी एजेंसी के माध्यम से किया जाएगा. पहले चरण में राज्य के 11 हजार प्रारंभिक स्कूलों के करीब 30 हजार शौचालयों के लिए यह व्यवस्था की जा रही है. अगले माह से इस व्यवस्था को लागू करने की योजना है.
शिक्षा विभाग ने जिलों के अधिकारियों और स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को कहा है कि शौचालय की सफाई रहेगी और उसमें नल से जल की आपूर्ती होगी, तभी वह उपयोग के लायक (क्रियाशील) माना जाएगा. इसी क्रम में राज्य के विभिन्न जिलों से 30 हजार शौचालयों की सूची आई थी, जो मरम्मत के अभाव में खराब पड़े हैं. इन शौचालयों की मरम्मत कर उसे उपयोग लायक बनाने के लिए निजी एजेंसियों को आमंत्रित किया गया है. इसके लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) द्वारा निविदा जारी की गई है. बीईपी के पदाधिकारी बताते हैं कि प्रखंड को इकाई मानते हुए निजी एजेंसी को इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी.
प्रतिदिन साफ-सफाई सुनिश्चित करेगी
शौचालय की मरम्मत करना और प्रतिदिन उसकी सफाई करना एजेंसी की जिम्मेदारी होगी. मरम्मत के दौरान शौचालय में पाइप के माध्यम से पानी की आपूर्ति की व्यवस्था भी की जाएगी. बीईपी द्वारा इस संबंध में जो मानक तय किये गए हैं उनमें एक सफाई कर्मी प्रतिदिन 20 शौचालय की सफाई करेगा. इसी के आधार पर एजेंसी कर्मी रखकर साफ-सफाई सुनिश्चित करेगी. आगे के चरण में राज्य के अन्य प्रारंभिक स्कूलों में भी यह व्यवस्था की जा सकती है. इसपर बीईपी विचार-विमर्श कर रहा है.