बिहार: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार पर जमकर हमला किया और देश में अघोषित इमरजेंसी की बात कह दी. बता दें कि सोमवार को तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोग मोदी जी या अमित शाह के विरोधी नहीं है बल्कि हम उनकी नीतियों का विरोध कर रहे हैं. जिस तरह से उनके सरकार में आने के बाद से देश के इतिहास के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और गरीब व दबे लोगों का शोषण किया जा रहा है. हम उसका विरोध करते हैं. आज देश के माहौल की बात करें तो जो भी सच बोल रहा है और केंद्र सरकार का विरोध कर रहे हैं, चाहे वह किसी भी वर्ग या किसी भी पेशे में हो, उस पर जानबूझकर कार्रवाई की जा रही है. यह देश में अघोषित इमरजेंसी है और आपातकाल की ही निशानी है.
इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट से राहुल गांधी को बड़ी राहत मिलने और सांसद सदस्यता वापस मिलने के बाद तेजस्वी ने उनको बधाई दी. बधाई देते हुए कहा कि पिछले दिनों लालू प्रसाद यादव और राहुल गांधी जी के साथ मुलाकात हुई थी. यह मुलाकात करीब 3-4 घंटे तक चली. इस दौरान लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ने की बात हुई. लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष की जीत होगी. बता दें कि विपक्षी एकता को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि विपक्ष एकजुट हो रहा है, जिससे भाजपा के लोग डरे हुए हैं. इसी डर से उन्होंने राहुल गांधी को भी गलत फंसाया था. भाजपा के लोग जितना विपक्ष को कमजोर करना चाह रहे हैं, हमलोग उतनी ही मजबूती से एकजुट और गोलबंद हो रहे हैं.
मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली तो उसके बाद वह लालू प्रसाद यादव से मिलने जा पहुंचे. इन दिनों राहुल-लालू की केमिस्ट्री कमाल की दिखी है. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि लालू यादव INDIA में संयोजक बन सकते हैं. जिसके बाद सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस नीतीश कुमार के बदले अपने पुराने विश्वसनीय सहयोगी पर ज्यादा विश्वास करेंगे. राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल किए जाने पर कांग्रेस में खुशी का माहौल है. कांग्रेस इस बात को लेकर खुश है कि अब राहुल गांधी सदन में एक बार फिर से मोदी सरकार को घेरने का काम करेंगे. 2024 के चुनाव को लेकर INDIA विपक्षी दलों का गठबंधन बना है. अब इसमें और मजबूती आएगी.