कटिहार न्यूज़: डीएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो डॉ संजीव कुमार को दो कॉलेजों के प्रभार में रहने से कॉलेज में होनेवाले कार्यों को लेकर छात्रों को परेशानी हो रही है.
डीएस कॉलेज और किशनगंज मारवाड़ी कॉलेज का चार्ज दिये जाने से एक कॉलेज में अधिक समय नहीं देने और प्राचार्य के आये दिन कॉलेज में लेटलतीफी से तंग आकर छात्र नेताओं ने अनोखे तरीके से विरोध जताया.
डीएस कॉलेज प्राचार्य की खाली कुर्सी पर छात्र नेताओं ने माल्यार्पण कर विरोध किया. छात्र नेताओं में नेताओं में मो. इकबाल, मो.इमरान रजा,मो.साऊद आलम,जाप छात्र नेता सन्नी सिंह,मिट्ठू,छात्र किशोर कुमार,सुनील दास ने डीएस कॉलेज के प्राचार्य की खाली कुर्सी पर माला पहनाकर विरोध करते हुए बताया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय का सबसे बड़ा प्रतिष्ठित महाविधालय दर्शन साह है. मौजूदा प्राचार्य किशनगंज मारवाड़ी कॉलेज के भी प्रभार में हैं. कटिहार से लगभग 96 किलोमीटर अवस्थित कॉलेज का प्रभार दिया गया है. जिसके कारण वे दर्शन साह महाविद्यालय में प्रतिदिन नहीं रह पाते हैं. इतना ही नहीं किशनगंज कॉलेज का भी कभी कभार डीएस कॉलेज में करने से छात्र -छात्राओं को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. छात्र नेताओं ने विवि पीयू प्रशासन से मांग किया है कि प्राचार्य डॉ.संजीव कुमार के जगह दर्शन साह महाविधालय ऐसे व्यक्ति को यहां का प्राचार्य बनाने की मांग की जो प्रतिदिन कॉलेज में पूरी तरह से अपना समय दे सके. मामले में डीएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो डॉ संजीव कुमार ने बताया कि दो कॉलेजों का प्रभार दिया गया है. अधिकांश समय डीएस कॉलेज में दिया जाता है. जिसके कारण कॉलेज में किसी भी तरह के जरुरी कार्य लम्बित नहीं है. छात्रों की परेशानी को प्राथमिकता से निबटारा किया जाता है.