एसकेएमसीएच में कृत्रिम शरीर पर शोध करेंगे छात्र और डॉक्टर

लैब में हार्ट अटैक से बचाव को एमबीबीएस छात्रों व डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी जायेगी

Update: 2024-04-12 05:15 GMT

मुजफ्फरपुर: एसकेएमसीएच में कृत्रिम शरीर पर एमबीबीएस के छात्रों और डॉक्टरों को शोध करना सिखाया जायेगा. मेडिकल कॉलेज में स्किल लैब हफ्ते में तैयार हो जायेगी. लैब के नोडल अधिकारी डॉ. राहुल कुमार ने बताया कि ज्यादातर उपकरण आ चुके हैं. इसमें सिर्फ कृत्रिम मानव शरीर आना बाकी है. यह भी जल्द आ जायेगा. हफ्ते में स्किल लैब काम करना शुरू कर देगा. डॉ. राहुल ने बताया कि इस लैब में हार्ट अटैक से बचाव को एमबीबीएस छात्रों व डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी जायेगी.

एसकेएमसीएच की प्राचार्य प्रो. आभा रानी सिन्हा ने बताया कि लैब के खुल जाने से मरीजों को काफी फायदा होगा. डॉ. राहुल के मुताबिक इस लैब में छात्रों, डॉक्टरों के साथ पारा मेडिकल छात्रों व कर्मियों को इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट सिस्टम के बारे में बताया जायेगा.

पिछले वर्ष जून में लैब की हुई थी घोषणा एसकेएमसीएच में स्किल लैब सह रिसर्च लैब की घोषणा पिछले वर्ष जून में हुई थी. एसेकएमसीएच के साथ गया, पीएमसीएच और पावापुरी मेडिकल कॉलेजों में स्किल लैब खोला जाना है. लैब खोलने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने निर्देश दिया था. हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से मरीजों की जान बचाने के लिए यह लैब मेडकिल कॉलेजों में खोली गई है.

इमरजेंसी मेडिसिन विभाग भी खुलेगी

एसकेएमसीएच में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग भी खोलने की तैयारी है. कॉलेज की प्राचार्य ने बताया कि हमलोग इस विभाग को खेालने की तैयारी में जुटे हुए हैं. इमरजेंसी मेडिसिन विभाग खुलने के बाद गंभीर मरीजों के इलाज के लिए अलग से आईसीयू तैयार किया जायेगा. इमरजेंसी मेडिसिन के लिए डॉक्टरों और नर्स की अलग टीम रहेगी.


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