सारण: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है लेकिन इसके बाद भी वहां जहरीली शराब पीने से मौत के मामलों में कमी नहीं आ रही है. ताजा मामला सारण जिले के तरैया का है, जहां कथित तौर पर पर जहरीली शराब से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. लोगों की मौत की पुष्टि उनके परिजनों ने की है. जबकि ग्रामीणों ने दावा किया है कि पुलिस इसे कटहल की सब्जी और चावल खाने से मौत बता रही है.
दरअसल, बीते गुरुवार को आंखों की रोशनी की समस्या और अन्य परेशानी का इलाज करवा रहे अखिलेश ठाकुर की भी मौत हो गई. पटना से शव आने के बाद मृतक़ के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. जितने लोगों की कथित जहरीली शराब पीने से मौत हुई है उसमें एक को छोड़कर किसी का भी पोस्टमार्टम नहीं कराया गया है. सिर्फ मृतक विक्की का पोस्टमार्टम करवाया गया है जिसके विसरा को जांच के लिए भेजा गया है.
मीडिया के सामने सभी मृतकों के परिजनों ने शराब को ही मौत का कारण बताया है. हालांकि, जब उनसे पुलिस के आला अधिकारियों ने पूछताछ की तो वो अपनी बातों से मुकर गए.
अब मृतक के परिजनों ने पुलिस के दवाब में बयान बदलने का दावा किया है. परिजनों ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने हमें बयान बदलकर मौत का कारण शराब नहीं, बल्कि कटहल की सब्जी-चावल बताने को कहा. हालांकि, परिजन साफ तौर पर कह रहे हैं कि मौत कटहल की सब्जी और चावल खाने से नहीं, बल्कि शराब पीने से हुई है. गांववालों ने कहा कि शराब माफिया के साथ ही प्रशासन की तरफ से भी धमकी दी जा रही है. पीड़ितों के मुताबिक, बयान नहीं बदलने पर कहा जा रहा है कि इसमें परिवार भी फंस सकता है.
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते कुछ दिनों में नवरत्नपुर के दसई साह, अखिलेश ठाकुर, तरैया के विक्की कुमार सिंह, पोखरेरा के संजय पासवान, चैनपुर के रामनगीना सिंह, मदन मोहन सिंह समेत कई लोगों की मौत हो चुकी है.
अब जहरीली शराब से मौत के बाद इलाके में तरह-तरह की चर्चा हो रही है. हालांकि, पीड़ित परिवारों के आरोप को लेकर सारण पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने कहा कि दूसरे जगह की पुलिस टीम भेजकर स्वतंत्र तरीके से जांच करवाई जाएगी.