बिहार में शिक्षक नियोजन का छठा चरण पूरा, लेकिन अब भी खाली है 1.22 लाख में 79 हज़ार पद

बिहार की जो नियोजन इकाइयां छूट गई थी, उनके अंतिम चरण में जॉइनिंग लेटर बांटने का कार्यक्रम पूरा हो चूका है।

Update: 2022-09-12 02:26 GMT

न्यूज़ क्रेडिट : firstbihar.com

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार की जो नियोजन इकाइयां छूट गई थी, उनके अंतिम चरण में जॉइनिंग लेटर बांटने का कार्यक्रम पूरा हो चूका है। इसके बावजूद यहां कई शिक्षक अभ्यर्थी निराश रहे। दरअसल, अंतिम चरण के कार्यक्रम में जिन नियोजन इकाइयों में प्रक्रिया चल रही थी, आरंभिक सूचना के मुताबिक वहां 300 अभ्यर्थियों को जोइनिंग लेटर नहीं मिल पाया।

आपको बता दें, छठे चरण के तहत 1.22 लाख शिक्षक पदों में से लगभग 79 हजार खाली रह गये हैं। इनमें प्रारंभिक के 49 हजार पदों के अलावा हाईस्कूल-प्लसटू के तक़रीबन 30 हजार पद शामिल हैं। बताया जा रहा है कि नियोजन प्रक्रिया लंबे समय तक चलने के कारण कई योग्य शिक्षक नौकरी की उम्मीद खो बैठें और दूसरे राज्यों और दूसरे काम में लग गए। यही वजह रही कि विभाग को इतने काम शिक्षक मिल पाए।
दरअसल, जुलाई 2019 में छठे चरण के तहत राज्य के 72000 प्रारंभिक स्कूलों में 90 हजार 762 खाली पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई थी। दो-तीन बार में 41 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती हुई थी। प्राथमिक निदेशालय ने सभी 9000 नियोजन इकाइयों में भर्ती की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी, जिसके कारण 29 जुलाई 2022 को छूटी हुई नियोजन इकाइयों के लिए एक और नियुक्ति कार्यक्रम रखा गया। इसकी 75 नियोजन इकाइयों में निर्धारित किया गया था कि 7 से 10 सितम्बर तक जॉइनिंग लेटर बांट दिए जाएंगे। इसके पहले काउंसिलिंग सह प्रमाण पत्रों का मिलान होना था, जिसके लिए 26 अगस्त की तारीख तय की गई थी। योग्य अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग में कुल आमद ही 300 से कम रही।
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