रोहतास न्यूज़: नगर निगम निगम क्षेत्र में की सुबह 10 बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक भीषण जाम लगी रही. इस दौरान चिलचिलाती धूप के बीच जाम में फंसे लोग कराहते नजर आए.
लोग इसका ठीकरा नगर निगम व जिला प्रशासन पर थोप रहे थे. पारा 44 डिग्री के बीच जाम में फंसे लोगों की सांसें अटक रही थी. जाम का मुख्य कारण सड़कों का अतिक्रमण होना बताया जा रहा है. जिसका समाधान नहीं निकल पा रहा है.
अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन व नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे अभियान का भी असर नहीं दिख रहा है. अतिक्रमण व जाम की समस्या का समाधान कराने को ले नगर निगम प्रशासन के सारे दावे की हवा निकल गई है. एक तरफ से अतिक्रमण हटाया जाता है तो, दूसरी तरफ सड़कों पर दुकानें सजने लगती है. इस कारण जाम की समस्या भयावह हो गई है. सुबह से शाम तक पुरानी जीटी रोड पर घंटों जाम रहता है. बौलिया रोड से सर्किट हाउस तक जाम लगी रही.
जाम का आलम यह था कि लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी हो रही थी. एक किलोमीटर का सफर तय करने में 30 मिनट से ज्यादा का समय लग गया. एक तो गर्मी से बुरा हाल दूसरा जाम की समस्या. जो लोगों के लिए आफत बन गई है. जाम का मुख्य वजह अतिक्रमण के साथ-साथ बेतरतीब तरीकों से सड़कों के दोनों किनारे कार, बाइक और टेम्पो लगाना है. फूटपाथ पर दुकानों का शो-रूम है, तो सड़क किनारे ठेले व खोमचे वालों का कब्जा है. बची जगह पर सड़कों के किनारे बेतरतीब तरीके से गाड़ियों की पार्किंग है. रही सही कसर टेम्पो चालक पूरा कर देते हैं. अवैध टेम्पू स्टैंड भी जाम का मुख्य कारण हैं.
जाम की समस्या का नहीं निकला निदान शहर नगरपालिका से नगर परिषद और उसके बाद नगर निगम बन गया, तो दूसरी तरफ आबादी भी बढ़ कर तकरीबन ढाई लाख से अधिक हो गई है. जिला मुख्यालय होने के कारण पूरे जिले से लोगों का विभिन्न कार्यों से यहां आना होता है. लेकिन, आम लोगों की सुविधाओं में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई. नगर निगम आज तक जाम की समस्या का समाधान करने में असफल रही है.
कई अधिकारी आए और गए. लेकिन, समस्या जस की तस है. जाम की समस्या के निदान के लिए अभी तक कोई मास्टर प्लान तैयार नहीं हो पाया है.