नालंदा न्यूज़: प्रखंड सभागार में बाढ़ आपदा से बचाव की तैयारी का एसडीओ अभिषेक पलासिया ने समीक्षा की. विशुनपुर टोला व ताजनीपुर समेत पांच स्थानों पर नदी के तटबंधों के पास गहराई का आकलन किया. प्रतिनिधियों को इन पांचों जगहों पर विशेष नजर बनाए रखने को कहा.
उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए 30 स्थानों पर शरणार्थी शिविर लगाया जाएगा. इसके लिए जगह चिन्हित हो चुका है. इन शिविरों में करीब दो हजार बाढ़ प्रभावित परिवार रह सकेंगे. शिविर को चलाने के लिए 180 शिक्षकों, एएनएम, आंगनबाड़ी सेविकाओं को लगाया गया है.
हर राहत शिविर में 6-6 कर्मी की तैनाती रहेगी. वहां रसोई से लेकर स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखा जाएगा. मेडीकल टीम जीवन रक्षक दवा के साथ मौजूद रहेगें. पशुपालकों के पशुओं के ईलाज से लेकर चारा व दवा की व्यवस्था रहेगी. अनाज रखने के लिए ई-किसान भवन का चयन किया गया है. टेंट व सत्तू, नमक समेत अन्य सामान की आपुर्ति के लिए दो वेंडर का चयन हुआ है.
नौ नाविक व गोताखार की रहेगी तैनाती बाढ़ में फंसे लोगों की सहायता के लिए 9 नाविक व गोताखोरों की तैनाती रहेगी. मौके पर प्रमुख टुनो देवी, सीओ राजीव रंजन पाठक, जल संसाधन कनिय अभियंता अशोक कुमार, उप प्रमुख नीलम देवी, मुखिया नर्मदेश्वर प्रसाद, उमेश राउत, प्रतिमा कुमारी, अनिल कुमार, कुमारी वंदना सिन्हा, सोनी मुखिया व अन्य मौजूद थीं.
आंकड़ों की नजर में बिंद प्रखंड की स्थिति
● पंचायतों की संख्या - 7
● गांवों की संख्या - 52
● आबादी - लगभग 70 हजार
● शरणार्थी स्थल - 30
● प्रत्येक राहत शिविर में तैनात कर्मी - 6
● कौन-कौन शिविर में देंगे सेवा - दो शिक्षक, सेविका, एएनएम व दो रसोइया
● गोताखोर व नाविक - 9
● शिविर की क्षमता - दो हजार परिवार की होगी.