गया न्यूज़: गया जंक्शन के बाहरी परिसर के भूमि का पीसीसी ढलाई का असर वृक्षों पर पड़ने लगा है. नतीजा यह हो रहा है कि स्टेशन परिसर के दर्जन भर छायादार वृक्ष खड़े-खड़े सूख गए. इनमें से कई वृक्षों का अस्तित्व समाप्त भी हो गया है. पर्यावरण सुरक्षा के लिए एक ओर रेलवे पौधरोपण अभियान चलती है. वहीं दूसरी ओर वृक्षों की सुरक्षा पर लापरवाही बरती जा रही है. जंक्शन के बाहरी परिसर में मुख्य साइड व डेल्हा साइड में वर्षो के लगे छायादार वृक्षों के सूखने की शिकायत बढ़ गई है.
बताया गया कि जमीन का पीसीसी ढलाई के दौरान वृक्षों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया गया था, लेकिन रेल प्रशासन के मौन नीति का परिणाम रहा कि वर्षों पूर्व लगे वृक्ष अपना अस्तित्व खोने लगा हैद्ध. वृक्षों पर उत्पन्न संकट को लेकर स्थानीय लोगों ने चिंता जताई. साथ ही कहा कि गया जंक्शन के खाली पड़े भूभाग में लगाए गए छायादार वृक्षों से खासकर गर्मी के मौसम में काफी राहत मिलती रही है. ग्रैंडकार्ड पैसेंजर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डीके जैन, दैनिक रेल यात्री संघ के नेता राजद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य उदय श्रीवास्तव, रेल यात्री संघ के कार्यकर्ता रवि रंजन प्रसाद युवा सामाजिक कार्यकर्ता कुंदन कुमार सिंह ने स्टेशन परिसर क्षेत्र ने वृक्षों के सूखने की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए रेल मंत्रालय से शेष बचे वृक्षों की रक्षा कराने तथा सूखे वृक्षों के स्थान पर नए पौधे लगाने की मांग की है.