अतिकुपोषित बच्चों के लिए संजीवनी है पोषण केंद्र

Update: 2023-03-22 09:24 GMT

मुंगेर न्यूज़: सदर अस्पताल में संचालित 20 बेड वाला पोषण पुनर्वास केंद्र अति कुपोषित बच्चों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है. जन्म के समय कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों का यहां 20 दिन उपचार के बाद कुपोषण मुक्त होने पर उन्हें डिस्चार्ज किया जाता है. पोषण पुनर्वास केंद्र में अभी एक जुड़वा सहित 16 अति कुपोषित बच्चे भर्ती हैं.

पोषण एवं पुनर्वास केंद्र के नोडल अधिकारी सुजीत कुमार ने बताया कि बंगलवा धरहरा के रहने वाले जितेंद्र तूरी और नीलू देवी का दो महीने का अति कुपोषित जुड़वा बच्चा यहां भर्ती है. कर्बला निवासी बीसो महतो और रीता देवी की अति कुपोषित बेटी गौरी कुमारी यहां विगत 25 फरवरी से भर्ती है. लाल दरवाजा की रहने वाली सावित्री देवी की एक साल की नतीनी प्रियंका कुमारी पिछले एक मार्च से यहां भर्ती है. 36 अति कुपोषित बच्चों को भर्ती कराया गया है. 21 बच्चों को स्वास्थ्य विभाग और 15 बच्चों को आईसीडीएस के द्वारा भर्ती कराया गया है. असरगंज प्रखंड से सर्वाधिक 8 और सबसे कम तारापुर और टेटिया बंबर प्रखंड से मात्र एक- एक अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया गया है. सदर मुंगेर, बरियारपुर और जमालपुर प्रखंड से 6 -6, संग्रामपुर से 4 के साथ- साथ धरहरा और हवेली खड़गपुर से 2-2 अति कुपोषित बच्चे भर्ती हैं.

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