Rohtas: भोखरी ग्राम पंचायत से राशि दुरुपयोग का मामला सामने आया

योजना स्वीकृति के पूर्व ही निकाल ली गई लाखों की राशि

Update: 2024-08-26 08:08 GMT

रोहतास: ग्राम पंचायतों को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सरकार द्वारा घरों से कचरा उठाव व निस्तारण पर करोड़ों खर्च कर रही है. इन सबके बीच भोखरी ग्राम पंचायत से राशि दुरुपयोग का मामला सामने आया है. भोखरी ग्राम पंचायत में कचरा प्रबंधन इकाई निर्माण के लिए योजना स्वीकृत करने के पहले ही तीन लाख 32 हजार रुपए की निकासी कर ली गई. इसके डेढ़ माह बाद योजना की स्वीकृति प्रदान की गई. नियमों को ताख पर रखकर पंचायत सचिव ने योजना की स्वीकृति के पहले ही राय इंटरप्राइजेज की बैंक खाते में तीन लाख 32 हजार रुपए ट्रांसफर किए. इसका खुलासा पंचायती राज द्वारा जारी किए गए ऐप व वेबसाइट से हुई. जिसमें भोखरी ग्राम पंचायत में सात लाख 50 हजार से कचरा प्रबंधन इकाई भवन निर्माण के लिए मंजूरी दी गई थी. आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि योजना की स्वीकृति के पूर्व 19 मार्च 2024 को तीन लाख 32 हजार रुपए राय इंटरप्राइजेज के नाम से भुगतान किया गया.

राशि निकासी के डेढ़ माह बाद यानी 30 अप्रैल 2024 को योजना संख्या 7227 2525 की स्वीकृति प्रदान की गई. इससे स्पष्ट है कि सरकारी राशि की निकासी कर निजी कार्यों में उपयोग किया गया. योजना स्वीकृति के बाद कचरा प्रबंधन इकाई का निर्माण कार्य शुरू किया गया. उधर, ग्रामीणों ने बताया कि कचरा प्रबंधन इकाई में व्यापक पैमाने पर अनियमितता की गई है. प्राक्कलन के मुताबिक ग्राउंड बीम तथा डोर लिंटर में 12 एमएम की सरिया के जगह 10 एमएम का उपयोग किया गया है. जिससे भवन की मजबूती पर प्रश्नचिन्ह लग गया है. बताया कि डोर लिंटर में बांधा गया रिंग 12 से इंच तक की दूरी पर है. नियमानुसार 5 से 6 इंच की दूरी पर होनी चाहिए. बताया कि शटरिंग मैटेरियल की जगह बांस पर मिट्टी बिछाकर बीम की ढलाई की गई है. इसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.

योजना स्वीकृति के पूर्व राशि निकासी का प्रावधान नहीं

इस संबंध में बीपीआरओ संदीप कुमार चौधरी ने बताया कि योजना स्वीकृति के पूर्व राशि निकासी का कोई प्रावधान नहीं है. लेकिन कचरा प्रबंधन इकाई निर्माण के लिए योजना स्वीकृति के पहले राशि की भुगतान किन परिस्थितियों में किया गया, इसकी जांच की जा रही है.

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