मूसलाधार बारिश के बाद शहर में कई जगह सड़कें धंसी
बारिश से धंस कई जगह जानलेवा बनीं सड़कें
मुंगेर: लगातार दस घंटे हुई मूसलाधार बारिश के बाद शहर में कई जगह सड़कें धंस गई हैं. धंस कर खतरनाक हो चुकी सड़कों पर दुर्घटना रोकने के लिए स्थानीय लोग डंडे में लाल झंडा लगाकर गड्ढों में डाल दे रहे हैं. सड़कें इस कदर खतरनाक हो चुकी है कि बीच सड़क पर भारी वाहन लगातार फंस रहे हैं. बता दें कि पेयजलापूर्ति और सीवरेज का पाइप लाइन बिछाने के लिए दोनों निर्माण एजेंसी द्वारा सड़कों की खुदाई कर जैसे तैसे सड़क के नीचे बालू व डस्ट भरकर मोटरेबुल कर दिया गया. जिसे पथ निर्माण विभाग द्वारा रिस्टोरेशन कर दिया गया.
पेयजलापूर्ति का ट्रायल के दौरान कई जगह लिकेज की लगातार समस्या आ रही है. वहीं लगातार हुई बारिश के कारण सीवरेज के लिए बिछाए गए पाइप का मुहाना बंद नहीं होने के कारण अंडरग्राउंड लिकेज हो जा रहा है. जिस कारण भारी वाहनों के परिचालन से सड़कें धंस जा रही है. दलहट्टा से लेकर नंद कुमार हाई स्कूल मोड़ तक, घोसीटोला मोड़ पर, कौड़ा मैदान मंसरीतल्ले, नार्थ किला गेट के समीप, शीतला मंदिर के समीप सड़क इस कदर धंस चुकी है कि इन सड़कों पर वाहनों का परिचालन मुश्किल हो गया है. इसके अलावा जमालपुर-मुंगेर मुख्य पथ, अस्पताल रोड बीच में आधा फीट तक धंस चुकी है. जो कभी भी वाहन दुर्घटना का कारण बन सकते हैं.
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि सीवरेज का पाइप लाइन बिछाने के लिए निर्माण एजेंसी द्वारा सड़कों की गहरी खुदाई की गई है. निर्माण एजेंसी द्वारा सीवरेज का पाइप बिछाने के बाद क्रासिंग पर पाइप का मुहाना बंद नहीं किया गया है. जिस कारण बारिश होने के पश्चात पाइप से पानी प्रवेश करते हुए अंडरग्राउंड लिकेज कर जाता है. दलहट्टा में सीवरेज कंपनी द्वारा दो दिन पूर्व ही काम पूर्ण किया गया था. वहां सड़क के नीचे का सारा मटेरियल बड़ा नाला में चले जाने के कारण सड़क धंस गई. वहीं सीवरेज निर्माण एजेंसी के परियोजना पदाधिकारी अविनाश कुमार बताते हैं कि कौड़ा मैदान मंसरीतल्ले में अभी जंक्शन बनाने का काम चल रहा था. ऐसे में भारी वाहनों का परिचालन होने के कारण वहां सड़कें धंस गई और भारी वाहन फंस गया.
दलहट़्टा में पाइप बिछाने का काम दो दिन पहले ही पूरा कर गड्ढों को भरते हुए पथ निर्माण विभाग को सूचित किया गया था ताकि वहां सड़क की मरम्मत कराई जा सके. इस बीच भारी बारिश होने और रात के समय भारी वाहनों का परिचालन होने से सड़क दलहट्टा में धंसी है.