रेल कारखाने को आधे से ज्यादा बिजली अब सौर ऊर्जा से मिलेगी

Update: 2023-02-13 11:05 GMT

मुंगेर न्यूज़: भारतीय रेल के शून्य कार्बन उत्सर्जन में अब रेल इंजन कारखाना जमालपुर का भी नाम दर्ज हो जाएगा. कारखाना अब अपनी बिजली उत्पादन में कदम बढ़ा दिया है. तथा कारखाने की करीब 60 बिजली सौर ऊर्जा संयांत्रों से प्राप्त करेगा. इस संयंत्रों से प्रतिदिन 12 हजार 432 यूनिट बिजली उत्पादन होगा. इससे कारखाने की विभिन्न कार्योलयों के कंप्यूटर, पंखे, लाइट, स्ट्रीट लाइट सहित अन्य सामान्य बिजली के उपकरणों से संचालित किया जा सकेगा. यह जानकारी मुख्य कारखाना प्रबंधक एसके विजय ने कारखाने की 162वीं वर्षगांठ के मौके पर दी.

उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे सहित ईस्टर्न रेलवे प्रशासन जीवाश्म-ईंधन पर निर्भरता को कम करने में जुटा है. कार्बन न्यूट्रल रेलवे बनने के प्रयास में अब पूर्वी रेलवे क्षेत्र के जमालपुर कारखाना ने भी एक कदम बढ़ गया है. इससे हरित ऊर्जा उत्पन्न करने पर बल मिलेगा.

उन्होंने कहा कि जमालपुर कारखाना ने 25 वर्षों के लिए पीपीपी मोड पर 3.7 मेगावाट रूफ टॉप शेड सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना संयुक्त भवन और लेखागार कार्यालय के ऊपर सफलतापूर्वक किया गया है. वर्तमान टैरिफ में कारखाना 6.7 किलोवाट की तुलना में 5.43 केडब्लूएच के टैरिफ का उपयोग करेगा.

जिससे जमालपुर कारखाने को हर वर्ष 57.63 लाख (लगभग) की बचत होगी. जमालपुर कारखाना के कार्बन फुटप्रिंट को लगभग 47 प्रतिशत तक कम करेगा. उन्होंने कहा कि 4 साल में वैगन पीओएच में 20 प्रतिशत उत्पादन ज्यादा और कॉस्ट कम हुआ, वहीं वार्षिक टर्न ओवर में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. गौरतलब है कि यह प्रोजेक्ट बीते 2021 के चालू वित्तीय वर्ष में दिया गया था. तथा दो साल से इसे स्थापित करने में संवेदक जुटा है. उम्मीद जतायी जा रही कि मार्च के पहले सिस्टम चालू हो जाएगा.

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