रोहतास न्यूज़: मरीजों से धोखाधड़ी रोकने के लिए सदर अस्पताल में पब्लिक एड्रेस सिस्टम की शुरुआत की गई है. इसके तहत सुविधाओं का प्रसारण किया जा रहा है. ताकि, जानकारी के अभाव में कोई भी मरीज या फिर उसका परिजन दलालों के चंगुल में न फंसे. मरीजों में जागरूकता लाने में पब्लिक एड्रेस सिस्टम कारगर दिख रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सदर अस्पताल की सुविधाओं की जानकारी मरीज व उनके परिजनों को देने के लिए नई पहल शुरू की गई है. नई पहल के तहत सुविधाओं के प्रसारण कर मरीजों को जानकारियां दी जा रही है. ताकि, मरीज सुविधाओं के प्रति जागरूक हो सकें. सूचना प्रसारण के लिए सदर अस्पताल कैंपस में 16 जगहों पर स्पीकर लगे हैं. स्पीकर के माध्यम से लगातार सूचनाएं प्रसारित की जा रही है.
विभागीय जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल के ओपीडी में होने वाली भीड़ का देखते हुए पांच स्पीकर लगाये गये हैं. ट्रामा सेंटर में दो, एनआरसी में एक, प्रसव केंद्र में एक, मेल वार्ड में एक, पीडियाट्रिक वार्ड में एक, ब्लड बैंक में एक, मुख्य गेट के पास एक, उपाधीक्षक कार्यालय के पास एक, टीवी वार्ड में एक जगह पर लगे स्पीकर से प्रसारण किया जा रहा है. हर दिन करीब 1400 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं.
मरीजों ने पहल को सराहा मरीज सुनील कुमार, अभय कुमार, रमेश चौरसिया, सत्येंद्र साह ने कहा कि माइक से प्रसारित हो रही सूचना से कई जानकारियां मिल रही है. कहां व कैसे इलाज होगी, इसकी जानकारी मिली. इलाज व जांच की सुविधा के लिए कोई खर्च नहीं हुआ. वहीं, मां को डायलिसिस कराने पहुंचे संजय रजक ने बताया कि सूची के अनुसार डायलिसिस का शुल्क लगा. वहीं, एक्स-रे कराने पहुंची नीतू कुमारी ने बताया कि उनका एक्स-रे निशुल्क हुआ. माइक में भी इस बात का अलाउंस हो रहा था.
प्रसारण के माध्यम से अस्पताल में निशुल्क व अनुदानित शुल्क की सुविधाओं की जानकारी साझा की जा रही है. पंजीयन केंद्र पर महिला-पुरुष को दो रुपये की पर्चे पर इलाज शुरू होगा. सीटी स्कैन व डायलिसिस केंद्र में अनुदानित दर पर सरकार के निर्देश पर लगी सूची के अनुसार शुल्क ही देय है. इसके अलावे अन्य जांच, इलाज, एक्सरे, दवा के लिए कोई भी शुल्क नहीं लगता है.
-रितेश कुमार, अस्पताल प्रबंधक
साक्ष्य के साथ करें शिकायत होगी कार्रवाई
दलाली व भयादोहन की समस्या को समाप्त के लिए शिकायत सिस्टम को एक्टिवेट किया गया है. साक्ष्य के साथ कोई भी व्यक्ति अस्पताल में किसी तहत के भयादोहन व प्रलोभन की शिकायत प्रबंधन से कर सकता है. कैंपस स्थित 46 नंबर कार्यालय में इसकी शिकायत करनी होगी. बताया जाता है कि सदर अस्पताल में मरीजों को दलालों द्वारा बाहर भेजा जाता है. बाहर में मरीजों से निजी अस्पताल संचालक गाढ़ी कमाई करते थे. जिसका हिस्सा दलालों को भी देते थे.