बीजेपी नेता की एजेंसी से रेड के दौरान कीमती अंग्रेजी शराब बरामद

राजधानी में पूर्ण शराबंदी (Liquor Ban In Bihar) को सफल बनाने के लिए पुलिस चप्पे-चप्पे को खंगाल रही है. इसी कड़ी में दीघा थाना पुलिस ने बीजेपी नेता की एक एजेंसी (BJP leader Coca-Cola agency) से रेड के दौरान कीमती अंग्रेजी शराब बरामद (Liquor recovered) की.

Update: 2021-11-25 07:37 GMT

जनता से रिश्ता। राजधानी में पूर्ण शराबंदी (Liquor Ban In Bihar) को सफल बनाने के लिए पुलिस चप्पे-चप्पे को खंगाल रही है. इसी कड़ी में दीघा थाना पुलिस ने बीजेपी नेता की एक एजेंसी (BJP leader Coca-Cola agency) से रेड के दौरान कीमती अंग्रेजी शराब बरामद (Liquor recovered) की. पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार भी किया है. साथ ही बीजेपी नेता की गिरफ्तारी की भी कवायद शुरू हो गई है.

दरअसल देर रात पुलिस ने जब कोका कोला एजेंसी पर रेड डाली तो फैक्ट्री में चल रही पार्टी के दौरान पूर्व मुखिया नीलेश एजेंसी की चहारदीवारी फांद कर भाग गए. इसके साक्ष्य पुलिस ने फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरे से बरामद कर लिए हैं. वहीं मौके से गिरफ्तार लोगों ने पुलिस को बताया कि एजेंसी बीजेपी नेता सह पूर्व मुखिया निलेश यादव (BJP leader Nilesh Yadav) उर्फ निलेश मुखिया की है. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक के बाद राजधानी पटना में शराब माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई पुलिस ने शुरू कर दी है. ईटीवी भारत ने भी इस सवाल को प्रमुखता से उठाया था कि आखिरकार राजधानी पटना में बड़े शराब माफियाओं उद्योगपतियों या फिर नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है. इस सवाल के बाद दीघा स्थित एजेंसी से विदेशी कीमती शराब की तस्करी की गुप्त सूचना मिलने पर बाद पुलिस देर रात एक्शन में आई.
दीघा थाना पुलिस ने वरीय पुलिस अधिकारियों को सूचना देते हुए भारी पुलिस बल के साथ एजेंसी में छापेमारी की. पुलिस को देखते ही फैक्ट्री में बैठे लोग इधर-उधर भागने लगे. हालांकि पुलिस के आने की भनक लगते ही मौके पर मौजूद नीलेश मुखिया फैक्ट्री की चहारदीवारी फांद भाग निकल गए.
इसी दौरान पुलिस ने इस एजेंसी से शराब पार्टी की तैयारी में जुटे 7 लोगों को दबोच लिया. देर रात पुलिस ने एजेंसी में तलाशी लेनी शुरू की तो कीमती शराब की बोतल एजेंसी के चहारदीवारी के अंदर से बरामद की गई.
दीघा थानाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह एजेंसी निलेश यादव की है, जो बीजेपी नेता बताए जा रहे हैं. फिलहाल कार्रवाई के दौरान वह भाग निकले हैं जिन्हें गिरफ्तार करने की कवायद तेज की गई है. वहीं, पूरे मामले की जानकारी मद्य निषेध विभाग को दे दी गई है. मद्य निषेध विभाग द्वारा मिले आदेश के बाद एजेंसी को सील करने की कवायद शुरू की जाएगी.


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