प्रशांत किशोर ने कहा- बिना आरक्षण के भी राजनीति की मुख्यधारा से जोड़ी जा सकती हैं महिलाएं

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Update: 2022-10-17 11:05 GMT
बेतिया। बिहार में नई राजनितिक व्यवस्था देने की सोच को लेकर पदयात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाए जाने की वकालत करते हुए कहा कि बिना आरक्षण के भी महिलाओं को राजनीति की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है।
महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने पर दिया जोर
प्रशांत किशोर ने रविवार को पश्चिम चंपारण जिले के चनपटिया प्रखंड स्थित पदयात्रा शिविर में महिलाओं से बातचीत करते हुए कहा कि महिला आरक्षण की बात किए बगैर भी 25 से 30 प्रतिशत महिलाओं को राजनीति की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि जिले स्तर पर 200 से 250 महिलाओं का एक मजबूत समूह बनाया जाना चाहिए, जिसमें दो महिलाएं ऐसी हो जो उस संगठन का नेतृत्व करें।
भीड़ जुटाने के लिए किसी को पैसा नहीं दे रहे हमः पीके
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोग किसी को भीड़ जुटाने के लिए पैसा नहीं दे रहे हैं, बल्कि हम समाज को बदलने के लिए एक व्यवस्था बना रहें हैं। उन्होंने कहा, 'मैं मंत्री, विधायक, ब्यूरोक्रेट या ठेकेदार नहीं हूं, लेकिन पांच राज्यों में मुख्यमंत्री मेरी रणनीति के तहत बनाए गए हैं, मैंने आज तक उनसे फीस नहीं ली है। अब ले रहा हूं, ताकि बिहार के लिए एक नई वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जा सके।'
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