बिहार। बिहार के सारण में सक्रिय कुख्यात 'तिवारी गिरोह' के तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से लूटे गये पैसे, आधार कार्ड, मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद किये गये हैं. ये अपराधी अय्याशी के लिए पैसों की खातिर सारण और गोपालगंज के सीमावर्ती इलाकों में नेशनल हाइवे पर लूटपाट करते थे. बुजुर्गों को निशाना बनाते थे. तीनों अपराधियों ने पांव जाने के लिए गोपालगंज में इंट्री की थी, लेकिन पुलिस ने इनके प्लान को फेल कर दिया और तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. गिरफ्तार तीनों अपराधियों की पहचान सारण जिले के कोपा थाना क्षेत्र के कोपा गांव निवासी पप्पू तिवारी के पुत्र दिलीप तिवारी, इसी गांव के मुन्ना तिवारी के पुत्र विशाल तिवारी और मढ़ौरा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी विपीन मिश्रा के पुत्र जिगर मिश्रा के रूप में की गयी है.
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि सिधवलिया थाना क्षेत्र के सुपौली स्थित एनएच-27 पर बीते नौ जून को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से 94 हजार रुपये लेकर घर जा रहे बुजुर्ग से पैसे छीन लिये गये. मामले में सिधवलिया थाने में बाइक सवार तीन अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी. पुलिस ने इस घटना को चुनौती लेते हुए सदर एसडीपीओ प्रांजल के नेतृत्व में टीम का गठन किया. पुलिस टीम ने तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर तीनों अपराधियों को चिह्नित किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से लूटे गये पैसे में 15 हजार बरामद किया गया, जबकि बाकी पैसे अय्याशी पर खर्च कर चुके थे. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक, तीन मोबाइल, दो आधार कार्ड बरामद किये हैं. गिरफ्तार अपराधियों से अलग-अलग पूछताछ की गयी.
अपराधियों ने पुलिस को बताया कि 'तिवारी गैंग' खड़ा कर आपराधिक वारदात को अंजाम देते थे. गोपालगंज में आकर पैसे लूटे थे, जिसके बाद तीनों पकड़े गये. पुलिस ने तीनों के आपराधिक इतिहास की जांच शुरू कर दी है. इस कार्रवाई में एसडीपीओ के अलावा सदर इंस्पेक्टर हीरालाल प्रसाद, सिधवलिया थानाध्यक्ष हरेराम कुमार, बरौली थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार, नगर थाने के पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार, तकनीकी सेल के प्रभारी दिनेश यादव, मो. जब्बाउद्दीन, सिपाही प्रवीण कुमार, चितरंजन कुमार, मुकेश कुमार, चौकीदार चितरंजन कुमार, मुन्ना कुमार चौबे शामिल थे.