Lakhisarai। दो दिवसीय कार्यशाला "पोषण भी पढ़ाई भी"का आज समापन हो गया। इस मौके पर जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने पोषण भी पढ़ाई भी कार्यशाला मे संबोधित करते हुए कहा कि सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका अपने-अपने क्षेत्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को अपने शिक्षित कर गर्भवती धातृ और छोटे-छोटे बच्चों के भविष्य के मानसिक विकास, शारीरिक विकास के साथ-साथ अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केद्रों को मॉडल रूप में तैयार करना है।
सहायक निदेशक निप्सीड लीला ने पोषण भी पढ़ाई भी योजना के तहत उन विशेष मुद्दों पर प्रशिक्षण दिया मुख्यतः बिंदुओं गर्भवती महिलाओं से संबंधित निबंधन से लेकर शिशु के जन्म तक मां और बच्चे के खान-पान एवं टीकाकरण से संबंधित संबंधित प्रशिक्षण एवं धात्री माता और 6 माह तक के बच्चे का रखरखाव संबंधित मुद्दों पर सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका को प्रशिक्षत किया।
पोषण भी पढ़ाई भी के समापन कार्यक्रम में आईसीडीएस जिला प्रोग्राम पदाधिकारी वंदना पांडेय ने सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षिका और प्रखंड समन्वयक को दो दिवसीय प्रशिक्षण में सभी मास्टर ट्रेनर को अपने क्षेत्र में विशेष जागरूकता कार्यक्रम के साथ गर्भवती महिला, धातृ माता व बाल्यावस्था वाले बच्चे की शारीरिक, मानसिक विकास की नवचेतना जन जागरूकता को फैलाना है। पोषण टैकर संबंधित KYC अपडेट,THR,टीकाकरण इत्यादि समय समय पर अपडेट के बारे में जानकारी दी। केंद्र प्रशासक पूनम कुमारी ने बताया कि नई चेतना 3.0 के तहत हिंसा के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें आप सभी बढ़ चढकर सेविका के द्वारा पोषक क्षेत्रों में जागरूकता फैलाए ताकि जेंडर आधारित हिंसा मुक्त समाज का निर्माण हो सके। मौके पर सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी महिला पर्यवेक्षिका, सभी प्रखंड समन्वयक,वित्तीय साक्षरता विषेशज्ञ अमित कुमार, लेखा सहायक सुमित कुमार सहित हब एवं वन स्टाप सेन्टर के कर्मी मौजूद थे।