बाईपास पर एम्स बनने से लोगों को होगी सुविधा

Update: 2023-01-27 07:16 GMT

दरभंगा न्यूज़: दरभंगा-मुजफ्फरपुर उच्च पथ-27 से सटे शोभन-एकमी बाईपास के पास एम्स बनने की स्वास्थ्य विभाग की ओर से जानकारी देने की सूचना से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई. एनएच किनारे दिल्ली मोड़ के पास हवाई अड्डा शुरू होने के बाद इस क्षेत्र में तेजी से विकास शुरू हुआ था. एनएच से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर बनने वाले एम्स तक पहुंचना आसान हो जाएगा.

मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय, सहरसा, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण सहित नेपाल से एम्स तक आने-जाने बालों को दरभंगा शहर की भीड़ से जूझना नहीं पड़ेगा. दरभंगा-मुजफ्फरपुर एनएच, मब्बी- कमतौल-साहरघाट-नेपाल एसएच, दरभंगा-समस्तीपुर एसएच, प्रस्तावित सीतामढ़ी-शोभन सड़क के बीच में बनने वाले एम्स तक लोग आसानी से आ-जा सकेंगे. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से मब्बी, शोभन एवं आसपास के क्षेत्रों में विकास की रफ्तार बढ़ गई थी. हवाई अड्डा बनने के बाद विकास की रफ्तार दोगुनी हो गई. अब एम्स बनने के साथ ही यह क्षेत्र पूरी तरह न्यू दरभंगा हो जाएगा. कुछ वर्षों पूर्व जो जमीन इधर एक लाख का कट्ठा बिक रही थी, हवाई अड्डा बनने के बाद वह लगभग पांच लाख से ऊपर चली गयी. एम्स बनने के बाद जमीन के भाव में भी पंख लग जाएंगे. इधर, कंसी, शोभन, दरभंगा, पंचोभ आदि गांवों के बीच जहां एम्स का निर्माण शुरू होना है वहां लगभग 15 से 20 फीट मिट्टी की भराई करनी होगी.

डेढ़ सौ एकड़ की जमीन को 15 से 20 फीट मिट्टी भरने के बाद ही एम्स का निर्माण ठीक से हो पाएगा. बरसात एवं बाढ़ के समय इस जमीन पर लगभग 15 फीट पानी जमा रहता है. शोभन-एकमी बाईपास सड़क के भरौल चौक के पास अधवारा समूह की नदी में बने पुल को पार कर दरभंगा टावर तक जाने की व्यवस्था हो गई थी. अब दरभंगा टावर से एम्स तक आने-जाने के लिए इन सड़कों का महत्व बढ़ जाएगा. ग्रामीणों ने बताया कि लोगों के सामने रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

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