लोगों को इस डायवर्सन से आने-जाने में हो रहे हैं काफी परेशानी
अपनी जान जोखिम में डालकर डायवर्सन को पार करते हैं लोग
दरभंगा: शहर के शुभंकरपुर में बागमती नदी पर स्थित महाराजी पुल का नवनिर्माण किया जा रहा है. यहां लोगों के आवागमन के लिए डायवर्सन बनाया गया है जो काफी जर्जर हो गया है. इस वजह से लोगों को इस डायवर्सन से आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है.
इस डायवर्सन से रोज हजारों लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर गंतव्य तक जाते हैं. शहरी क्षेत्र में आवागमन को सुगम बनाने की जवाबदेही नगर निगम की है. शुभंकरपुर इलाके के कई लोग नगर निगम के अधिकारी से वैकल्पिक सड़क और डायवर्सन को दुरुस्त करवाने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. शहर को दो भागों को जोड़ने वाले महाराजी पुल को दरभंगा महाराज ने वर्ष 49 में बनवाया था. स्क्रू पाइल पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण स्थानीय लोग लंबे समय से यहां नए आरसीसी पुल के निर्माण की मांग कर रहे थे.
11 जुलाई 2022 को बिहार के तत्कालीन उप मुख्यमंत्री तरकीशोर प्रसाद ने नए महाराजी पुल का शिलान्यास किया था. नगर विकास विभाग को 14.24 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर डेढ़ वर्ष के अंदर इसे बनाने की जवाबदेही दी गयी थी. दिसंबर 2022 में पुल का निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया गया. वर्ष 2024 के मार्च तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण करने की बात अधिकारियों ने कही थी, लेकिन मार्च बीत जाने के बाबजूद पुल का निर्माण कार्य अभी तक आधे से भी कम हुआ है.
स्थानीय निवासी बालेंदु झा बाला जी ने कहा कि पुल के निर्माण के लिए डायवर्सन बनाया गया था जो क्षतिग्रस्त हो गया है. हम लोग लगातार नगर निगम और जिला प्रशासन से आग्रह कर रहे हैं कि जब तक शुभंकरपुर, बाजितपुर व पश्चिमांचल क्षेत्र के तीनों वैकल्पिक पुलों इमली घाट पुल, किलाघाट पुल और चतरिया पुल के रास्ते को अतिक्रमणमुक्त कर सुदृढ़ न कर दिया जाए तब तक महाराजी पुल को तोड़ना कहीं से भी उचित नहीं होगा. लेकिन समय सीमा पूर्ण होने के बाबजूद निर्माण कार्य अब तक पूर्ण नहीं हो सका है. डायवर्सन भी क्षतिग्रस्त हो गया है. स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं.
राशि के अभाव में पुल का निर्माण कार्य कुछ धीमा हो गया था. अब सरकार ने राशि उपलब्ध करा दी है. डायवर्सन क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है. जल्द से जल्द इस डायवर्सन को दुरुस्त करवाया जायेगा.
-कुमार गौरव, नगर आयुक्त