Patna: अभिभावकों को कक्षा के लिए किताबें स्कूल से ही लेनी होगी
किताब से यूनिफॉर्म तक स्कूल से ही लेना होगा
पटना: निजी विद्यालयों में पूर्व प्राथमिक कक्षाओं यानि नर्सरी और एलकेजी में बच्चों को नामांकन कराने वाले अभिभावकों को कक्षा के लिए किताबें स्कूल से ही लेनी होगी.
बाहर की दुकानों से अभिभावक किताब नहीं ले सकेंगे. राजधानी पटना के कई निजी मिशनरी स्कूलों ने यह नियम बनाया है. बच्चे के दाखिले वाले दिन स्कूलों की ओर से किताबों की लिस्ट की सूची सूचना पट्ट के माध्यम से अभिभावकों को उपलब्ध कराई जाएगी. स्कूल परिसर में ही अभिभावकों को नर्सरी और एलकेजी कक्षा के लिए किताबें मिलेंगी.
किताबों के लिए अभिभावकों को 2700 से लेकर करीब तीन हजार रुपये तक खर्च करने होंगे. वहीं ट्यूशन फीस पर हर महीने अभिभावकों को तीन हजार से 3200 रुपये खर्च करने होंगे. यहीं नहीं स्कूलों की ओर से यूनिफॉर्म भी दिया जाएगा. यूनिफॉर्म और बच्चों का स्कूल बैग भी अभिभावकों को स्कूल से ही खरीदना होगा. स्कूल स्मार्ट क्लास आदि के मद में भी अभिभावकों से पैसे लिए जाएंगे.
तीन-तीन महीने की ट्यूशन फीस एक मुश्त लेगा स्कूल यदि आप अपने बच्चे का नामांकन पटना के जाने-माने मिशनरी स्कूलों में करवाना चाहते हैं तो आपको आर्थिक रूप से खुद को पहले से ही मजबूत रखना होगा.
पटना के अधिकतर मिशनरी स्कूलों में एडमिशन फीस की राशि के अलावे तीन-तीन महीने की ट्यूशन फीस की राशि एक मुश्त जमा करा ली जाती है. इसके लिए भी अभिभावकों को दाखिले से पूर्व पूरी तैयारी करनी होगी.
लिट्रा वैली स्कूल में ‘स्पेक्ट्रा-2024’ का आयोजन: लिट्रा वैली स्कूल में दो दिवसीय वार्षिक खेल दिवस हुआ. स्कूल के अध्यक्ष अमित प्रकाश, प्राचार्य डैसमंड जूड डी मोंटे, अंजलि सिंह, स्कूल प्रबंधिका सुजाता भदानी आदि सभी मौजूद थे. पहले दिन जूनियर वर्ग की प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया गया. प्राचार्य ने कहा कि खेल सिर्फ शारीरिक क्षमता का ही नहीं बल्कि मानसिक शक्ति के भावना का प्रतीक है.