Patna: मुख्यमंत्री उद्यमी योजना एवं बिहार लघु उद्यमी योजना के 10-10 लाभुकों के बीच चेक बांटे गए
"आर्थिक मदद मिली तो उद्योग लगा बने आत्मनिर्भर"
पटना: कलेक्ट्रेट के हरदेव भवन में विशेष कैंप लगाकर डीएम शशांक शुभंकर, नगर निगम की महामौर अनीता देवी और जिला परिषद की अध्यक्ष तनुजा कुमारी ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री उद्यमी योजना एवं बिहार लघु उद्यमी योजना के 10-10 लाभुकों के बीच चेक बांटे.
इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के सफल उद्यमी प्रिया कुमारी, मुकुल कुमार,स्नेहलता कुमारी, सुधीर कुमार और सनभव को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया. डीएम ने लाभुकों से कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गयी आर्थिक मदद का बेहतर इस्तेमाल करें और उद्योग लगाकर आत्मनिर्भर बनें. खुद की कमाई करने के साथ ही आसपास के लोगों को भी रोजगार दें. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही हैं. इसके बेहतर परिणाम भी दिख रहे हैं. बताया गया कि बिहार लघु उद्यमी योजना में जिले में कुल 1304 लाभुकों का चयन किया गया है. प्रथम किस्त की राशि 50-50 हजार रुपये लाभुक के खाते में भेजे जा चुके हैं.
राजेश कुमार, पवन कुमार, प्रीति कुमारी, चांदनी कुमारी, गोपाल कुमार आदि लाभुकों के बीच द्वितीय किस्त के रूप में एक-एक लाख रुपये का चेक बांटा गया. इसी तरह, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के तहत इस बार जिले के 259 लाभुकों का चयन किया गया है. प्रशिक्षण ले चुके लाभुकों को पहली किस्त दी जा चुकी है. जबकि, विशेष कैंप में अरविंद रविदास, नागेन्द्र, काजल राउत, रंजय कुमार, किरण प्रभा, बबीता कुमारी आदि के बीच द्वितीय एवं तृतीय किस्त की राशि का चेक वितरित किया गया. मौके पर उद्योग विभाग के महाप्रबंधक विशेश्वर प्रसाद, श्रम अधीक्षक अश्विनी कुमार, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी संदीप कुमार भारती आदि मौजूद थे.
सभी राशन कार्डधारी का बनाया जा रहा हेल्थ कार्ड
आयुष्मान भारत योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए जिला विशेष अभियान चलाया जा रहा है.
10 प्रखंड मुख्यालयों में शिविर लगाकर कार्ड बनाया जा रहा है. इसके साथ ही सभी आशा कार्यकर्ता भी घर घर जाकर लाभुकों का कार्ड बना रहीं हैं. बावजूद इसमें तेजी नहीं आ रही है. इसमें तेजी लाने के लिए बिहारशरीफ सदर प्रखंड की 20 आशा फैसिलिटेटरों व उनके साथ आयी दो दो आशा कार्यकर्ताओं को मास्टर ट्रेनर बनाया गया है. सभी राशन कार्डधारियों का हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है.
सदर अस्पताल में आयुष्मान भारत की जिला समन्वयक शबनम ने मास्टर ट्रेनरों को कहा कि वे अपने कार्यकर्ताओं को इसकी तकनीकी जानकारी दें. एक दो बार कार्ड बना लेने पर किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.