शिक्षा विभाग की हिटलर शाही से तंग अभिभावक और छात्र- छात्राओं ने किया विधायक आवास का घेराव
लखीसराय। बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अटपटा एवं हिटलर शाही वाले आदेश के चलते सम्पूर्ण विभागीय हल्के में अक्सर ही कोहराम मचने लगती है। इसी क्रम में हाल के दिनों में शिक्षा विभाग की ओर से नवम वर्ग के छात्र-छात्राओं का नामांकन स्थानीय पोषक ग्राम पंचायत के उच्च एवं, माध्यमिक उच्च प्लस टू उच्च विद्यालय में कराया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। जिसके तहत स्थानीय ग्रामीण अभिभावकों , छात्र-छात्राओं का नवम वर्ग में एडमिशन करवाये जाने को लेकर परेशानियां बढ़ने लगी है । विदित हो कि कई ग्राम पंचायतों में एक से दो उच्च , उच्च माध्यमिक एवं प्लस टू उच्च विद्यालय अवस्थित हैं। लेकिन खासकर विद्यालय से घर की लंबी दूरी होने के कारण नौनीहाल बच्चे एवं बच्चियों को लंबी दूरी तय कर विद्यालय आवागमन करना कठिन प्रतीत हो रहा है।
इस बीच जिसके चलते विद्यालय से घर आवागमन करने में काफी कठिनाइयों होती है । इस दौरान संबंधित विद्यालय प्रधान के द्वारा विद्यालय में सीधे तौर पर पोषक क्षेत्र से अलग के विद्यालय में एडमिशन नहीं लिए जाने पर लोगों में राज्य सरकार के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त होने लगी है । जिसके तहत शनिवार को सूर्यगढ़ा प्रखंड के उरैन ग्राम पंचायत अंतर्गत कई गांव के ग्रामीणों ने विधायक प्रहलाद यादव के आवास पर पहुंचकर नौनिहाल बच्चों का नवम वर्ग में एडमिशन करवाये जाने की गुहार लगाई। इस दौरान अभिभावकों ने कहा कि अपने मनोनुकूल पोषक क्षेत्र के विद्यालय में नामांकन नहीं कराए जाने से लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान विधायक प्रहलाद यादव ने तमाम बच्चों एवं अभिभावकों को नियमानुसार नामांकन करवाने के प्रति आश्वस्त किया। इस बाबत में उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित जिला प्रशासन से बात कर मामले का निपटारा कराए जाने की बातें कहीं। साथ ही कहा कि लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद इस मामले पर वे सरकार स्तर से ठोस कार्रवाई करेंगे।