सिवान न्यूज़: जिले में धान खरीद का लक्ष्य पूरा होने के करीब जा पहुंचा है, फिर भी बहुतेते किसानों के पास बेंचने के लिए धान पड़ा है. वैसे किसान परेशान हैं. उनका कहना है कि लक्ष्य नहीं बढ़ने की स्थिति में औने-पौने दाम पर बाजार में धान बेंचना ही विकल्प रह गया है.
धान खरीदारी के लिए जिले में 287 समितियों का चयन किया गया है. इनके द्वारा 12 हजार 502 किसानों से अब-तक 70 हजार 864.460 एमटी धान की खरीदारी अब-तक की जा चुकी है, वहीं तक 7908.300 एमटी सीएमआर गिराया जा चुका है. इधर, जिले में धान के उत्पादन के अनुसार लक्ष्य नहीं मिलने से बहुतेरे किसानों के धान अभी भी नहीं बेंचे जाने को देखते हुए धान खरीदारी का लक्ष्य बढ़ाने की मांग लगातार हो रही है. कहा जा रहा कि लक्ष्य बढ़ाने से वंचित किसानों का शोषण नहीं हो सकेगा. 73 हजार 731 एमटी मिले लक्ष्य के बाद धान रह जाने की स्थिति में लक्ष्य बढ़ाने की मांग की जा रही है. डीएम अमित कुमार पांडेय ने भी खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव को पत्र लिखकर 30 हजार एमटी धान खरीद का लक्ष्य बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है. इधर, जिले में करीब 49 हजार 226 एमटी सीएमआर लेने का लक्ष्य है, तक करीब साढ़े सात हजार एमटी ही सीएमआर लिया जा सका था. स्वीकृति पत्र मिलने में विलंब व गोदाम की कमी के कारण सीएमआर गिराने के लिए नंबर मिलने में देरी की बात सामने आ रही है. विभाग के अनुसार, जिले में 38 मिलों ने अपना निबंधन अरवा चावल लेने के लिए कराया है. वहीं सिसवन प्रखंड के सिसवां व हसनपुरा में आलापुर उसना मिल ने अपना रजिस्ट्रेशन इस वर्ष नहीं कराया है. जिला पैक्स और व्यापार मंडल संघ के जिला अध्यक्ष राज किशोर सिंह राजू ने बताया कि सहकारिता विभाग ने किसी मिल से 37 तो किसी से एक पैक्स को संबद्ध कर दिया है.