संदिग्ध अतहर परवेज के मोबाइल में मिला नूपुर शर्मा का फोन नंबर और एड्रेस
राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल (Phulwari Sharif Terror Module) केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं
पटनाः राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल (Phulwari Sharif Terror Module) केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इसी क्रम में अधिकारिक सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार पुलिस की गिरफ्त में आए अतहर परवेज के मोबाइल फोन से नूपुर शर्मा का फोन नंबर और उनका पता बरामद किया गया है. एनआईए, आईबी और पटना पुलिस की तफ्तीश (Big Disclosure In NIA And IB investigation) में ये बात सामने आई है. आशंका जताई गई है कि नूपुर शर्मा पर हमले की साजिश थी. वहीं, खबर ये भी है कि एटीएस मरगूब उर्फ ताहिर को अब रिमांड पर लेने की तैयारी में है. इसके लिए एटीएस आज कोर्ट में आवेदन देगी.
एटीएस ने तैयार की सवालों की सूची: जानकारी के मुताबिक कोर्ट से रिमांड ऑडर मिलने के बाद एटीएस (ATS) मरगूब से गहन पूछताछ करेगी. इसके लिए एटीएस ने सवालों की सूची भी तैयार कर ली है. बताया जाता है कि मरगूब के तार बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से जुड़े हैं. फुलावरीशरीफ मॉड्यूल मामले में अब तक हाथ लगे सबूतों के आधार पर पुलिस ने जांच का दायरा और बढ़ा दिया है. पुलिस और एटीएस की आठ टीमें राज्य भर में छापेमारी कर रही है. फरार नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पटना, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, अररिया समेत 10 जिलों में पुलिस की छापेमारी जारी है.
ट्रेनिंग देने केरल से आते थे प्रशिक्षकः वहीं, पुलिस के सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार अतहर और अरमान ने PFI के मिशन 2047 के बारे में कई और अहम जानकारियां दी हैं. सूत्रों के अनुसार अतहर और अरमान ने पूछताछ के दौरान पुलिस को खूब बरगलाने की कोशिश की. तब पुलिस ने दोनों के सामने तकनीकी जांच में मिले साक्ष्य को रखा. इसके बाद देश विरोधी गतिविधियों के पीछे किन-किन संदिग्धों के तार जुड़े हैं, इसके बारे में भी पुलिस को पता चला है. पुलिस सूत्रों के अनुसार अतहर और अरमान ने पूछताछ में बताया कि केरल में PFI की जड़ें काफी गहरी हैं. अतहर और अरमान ने जांच के दौरान स्वीकार किया कि पटना, पूर्णिया, मोतिहारी, किशनगंज समेत अन्य प्रशिक्षण केंद्रों पर युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए ज्यादातर प्रशिक्षक केरल से आते थे.
ईडी जल्द ही शुरू करेगी जांचः आपको बता दें कि पीएफआई की डायरी से आगे कई और अहम राज खुलेंगे. पुलिस सूत्रों के अनुसार 'गजवा ए हिंद' के जरिए भारत को अशांत करने की मंशा पाले ताहिर और उससे जुड़े लोगों के आय के स्रोत और उन तक पहुंचने वाली रकम की जांच ईडी जल्द ही शुरू करेगी. पटना दफ्तर से जब्त डायरी में कई नाम पता और मोबाइल नंबर दर्ज हैं. साक्ष्य और तकनीकी अनुसंधान के जरिए पुलिस की जांच सही दिशा में चल रही है. बिहार एटीएस, एनआईए, और आईबी तीनों संदिग्धों से लगातार पूछताछ कर रही है. मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर की करीबी युवती इलिसा का पता लगाने में भी एटीएस जुटी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कोडवर्ड के जरिए मरगूब पाकिस्तान के फैजान से हर दिन बात करता था, इस गुप्त मैसेज को ATS डिकोड करने में लगातार जुटी हुई है.
18 लोगों की तलाश में एनआईए: बता दें कि इस मामले में अब तक 8 संदिग्ध गिरफ्तार हो चुके है. हालांकि अब भी 18 लोगों की एनआईए को तलाश है. अब तक वकील नुरूद्दीन जंगी, मोहम्मद जलालुद्दीन, अतहर परवेज, अरमान मलिक, ताहिर अहमद, शब्बिर मलिक, शमीम अख्तर और इलियास ताहिर उर्फ मगरूब को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, पटना के सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआइ) के कार्यालय में छापेमारी के दौरान पुलिस ने जो पोस्टर बरामद किए हैं. इसमें तीस्ता सीतलवाड़, आल्ट न्यूज के पत्रकार मो. जुबैर और श्री कुमार की तस्वीरें हैं.