नीतीश कुमार को बिहार की चिंता है तो उन्हें मुझे समर्थन करना चाहिए : यशवंत सिन्हा
राष्ट्रपति का चुनाव को लेकर यूपीए के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा आज बिहार की राजधानी पटना में हैं.
राष्ट्रपति का चुनाव को लेकर यूपीए के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा आज बिहार की राजधानी पटना में हैं. उन्होंने आज उन्होंने कई लोगों से मुलाकात की और फिर महागठबंधन की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. यशवंत सिन्हा ने कहा कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति का चुनाव होना है और इसी सिलसिले में मैं पटना आया हूं. पटना वह शहर है, जहां मैं पैदा हुआ था, जहां मेरा बचपन और जवानी गुजरे. पटना विश्वविद्यालय में शिक्षक रहा और उसके बाद आईएएस में आने के बाद बिहार कैडर मुझे मिला.
उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव बेहद महत्त्वपूर्ण है. राष्ट्रपति अगर प्रधानमंत्री की कठपुतली हो जाए तो वह सही नहीं होगा. अगर नीतीश कुमार को बिहार की चिंता है तो उन्हें मुझे समर्थन करना चाहिए. यह मेरे लिये गर्व की बात होगी. राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा कि सरकार कई तरह से संसद को पंगु बना रही है. आज सब संभव है. उन्होंने कहा कि आज प्रजातंत्र खतरे में नहीं, बल्कि समाप्त हो गया है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार कोई फैसला लेने के पहले सबसे सहमति लेती है, लेकिन आज केंद्र सरकार ऐसा नहीं करती.
'राष्ट्रपति चुनाव में लाठी की भाषा नहीं चलेगी'
यशवंत सिन्हा ने दोहराया कि राष्ट्रपति अगर रबर स्टांप हो जाए, तो वह लोकतंत्र के लिए सही नहीं होगा. राष्ट्रपति के चुनाव में लाठी की भाषा नहीं चलेगी. मैं सभी विधायकों से अपील करना चाहता हूं कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज पर अपना मत दें. राजेंद्र बाबू के बाद मैं अगर राष्ट्रपति चुना जाता हूं तब बिहार का कोई व्यक्ति 60 साल बाद राष्ट्रपति होगा.
'अग्निपथ योजना पर बवाल लाजिमी था'
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर यशवंत सिन्हा ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि इस योजना को लेकर बिहार में सबसे ज्यादा बबाल हुआ, जो लाजिमी था. यशवंत सिन्हा ने तेजश्वी यादव की सराहना करते हुए कहा कि वे विपक्ष को एकजुट करके चल रहे. मुझे यकीन है कि आनेवाले लोकसभा-विधानसभा चुनाव में विपक्ष एकजुट होकर आगे बढ़ेगा.
'नीतीश कुमार ने संपर्क नहीं किया'
बिहार के मुख्यमंत्री यशवंत सिन्हा को लेकर यशवंत सिन्हा ने कहा कि जब विपक्ष ने मुझे उम्मीदवार बनाया, तब मैंने कई बार संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उन्होंने मेरे से संपर्क करना बेहतर नहीं समझा. अगर नीतीश कुमार को बिहार की चिंता है तो उन्हें मुझे समर्थन करना चाहिए.